UP: संस्कृत की फर्जी डिग्री लेकर 19 वर्षों से महाविद्यालय में पढ़ा रहे 10 शिक्षकों का भंडाफोड़..

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के साथ किस तरह से खिलवाड़ हो रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में आये दिन फर्जी शिक्षकों की फर्जी डिग्री के सहारे स्कूल व कॉलेजों में तैनाती का पर्दाफाश हो रहा है। महराजगंज में भी एक संस्कृत महाविद्यालय में 10 फर्जी संस्कृत शिक्षकों का भंडाफोड़ हुआ है। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

नारंग संस्कृत महाविद्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार
नारंग संस्कृत महाविद्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार


महराजगंजः घुघुली के नारंग संस्कृत महाविद्यालय में 19 सालों से संस्कृत की फर्जी डिग्री पर पढ़ा रहे 10 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ महराजगंज जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक कुमार सिंह के तहरीर पर केस दर्ज किया है। इन फर्जी शिक्षकों में विद्यालय के प्रबंधक चंद्र शेखर पांडेय, मधुसूदन पांडेय तत्कालीन प्रधानाचार्य, और इनके रहमो करम पर जिन 8 लोगों की फर्जी नियुक्ति की गई थी उनका नाम अज्ञात में रखते हुए कुल 10 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा अपराध संख्या,751/18 धारा 419,420,467,468,409,120बी, IPC के तहत केस दर्ज किया गया है। 

यह भी पढ़ेंः महराजगंजः यहां जानलेवा साबित हो रहा सड़कों का आधा-अधूरा निर्माण कार्य..   

 

यह भी पढ़ें | Maharajganj: अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता विनय कुमार पांडेय ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के खिलाफ दी तहरीर, लगाए ये गंभीर आरोप

 

नारंग संस्कृत महाविद्यालय में फर्जीवाड़े का पर्दाफाश

 

यह भी पढ़ेंः UP: 2 मनचलों को 10वीं की छात्रा ने भरे बाजार में सिखाया सबक, दे दनादन मारे लात-घूसे, चप्पल से बिगाड़ा थोपड़ा 

यह भी पढ़ें | Maharajganj: फर्जी वरासत के मामले में चार लोगों पर दर्ज होगा मुकदमा, एसडीएम ने दिया आदेश

जिनकी विवेचना सदर कोतवाली में तैनात दरोगा राजेश मिश्रा कर रहे है। अब देखना है की इनकी गिरफ्तारी कब तक होती है। प्रदेश में एक बार फिर से फर्जीवाड़ा कर शिक्षा के मंदिर में सेंध लगाने वाले ऐसे शिक्षकों की फर्जी डिग्री और फर्जी तरीके से हुई नियुक्ति से न सिर्फ प्रदेश सरकार को नुक्सान पहुंच रहा है बल्कि बच्चों के भविष्य और कानून व्यवस्था से सरासर खिलवाड़ किया जा रहा है। 
 










संबंधित समाचार