महराजगंज में चकबंदी कार्यालय स्थापित करने का वकीलों ने किया स्वागत, कहा- दोबारा फरेंदा भेजा गया तो होगा बड़ा आंदोलन

डीएन संवाददाता

महराजगंज जिले के व्यापक हितों को देखते हुए प्रशासन ने फिर एक बार फरेंदा से चकबंदी कार्यालय को जिला मुख्यालय शिफ्ट करने का आदेश दे दिया है। प्रशासन के आदेश से चकबंदी कार्यालय की लड़ाई लड़ने वाले वकीलों में खुशी की लहर दौड़ गयी है, लेकिन अधिवक्ताओं ने फिर आगाह किया कि यदि चकबंदी कार्यालय को दोबारा शिफ्ट किया गया तो वे इसके खिलाफ व्यापक आंदोलन छेड़ेंगे। पूरी खबर..



महराजगंज: यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो महराजगंज की जनता को अब चकबंदी से संबंधित कार्यों के लिये फरेंदा तहसील के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जिले के वकीलों के आंदोलन और जनता की एक पुरानी मांग को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने चकबंदी कार्यालय को फरेंदा से फिर एक बार जिला मुख्यालय में शिफ्ट करने का आदेश दे दिया है।

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चकबंदी कार्यालय शिफ्ट करने का शासनादेश

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जिलाधिकारी अमर नाथ उपाध्याय द्वारा इस बाबत प्रेषित पत्र पर चकबंदी आयुक्त लखनऊ ने फरेंदा में स्थित बंदोबस्त अधिकारी को चकबंदी कार्यालय और न्यायलय को 4 जून तक जिला मुख्यालय में हर हाल में शिफ्ट करने का सख्त शासनादेश जारी किया है। निर्देशों का पालन न करने पर कार्यवाही की भी चेतावनी दी गयी है। 

 

 

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प्रशासन के इस फैसले से जिले के अधिवक्ताओं ने खुशी जतायी है। लेकिन पिछले अनुभवों से सीख लेते हुए वकीलों ने इस मामले पर प्रशासन को फिर एक बार आगाह भी किया है। डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में वकीलों का कहना है कि पिछली बार की तरह यदि इस बार भी महराजगंज मुख्यालय से चकबंदी कार्यालय को वापस फरेंदा शिफ्ट किया गया तो वे इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।

 

वकीलों ने आशंका जताई है कि भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे कुछ लोग और अधिकारी फिर चकबंदी कार्यालय के जिला मुख्यालय में शिफ्ट होने को लेकर अड़ंगा डाल सकते हैं। जिले के वकीलों ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसा किया जाता है तो वे बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। 

 

 

यह पहली बार नहीं है, जब जिले के महत्वपूर्ण विभागों में से एक माने जाने वाले चकबंदी कार्यालय और न्यायालय को जिला मुख्यालय शिफ्ट किया जा रहा है। इससे पहले भी पिछले जिलाधिकारी की पहल पर फरेंदा से बंदोबस्त कार्यालय को जिला मुख्यालय शिफ्ट किया गया लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने तब अपनी शातिर चालें चलकर चार दिन के बाद ही कार्यालय को फिर से फरेंदा शिफ्ट करवा दिया था।

 

चकबंदी कार्यालय को महाराजगंज मुख्यालय में शिफ्ट न करने देने के पीछे का सबसे बड़ा कारण वे भ्रष्ठ अधिकारी हैं जो गोरखपुर में रहकर ही चकबंदी कार्यालय फरेंदा आते-जाते है। फरेंदा में रहकर वे प्रशासन की आंखों में जब चाहें तब धूल झोंक सकते है। कलक्ट्रेट ऑफिस और अन्य अधिकारियों से दूर रहकर वे यहां न केवल अपनी मनमर्जी चलाते हैं बल्कि भ्रष्टाचार और लूट-खसोट को भी खूब अंजाम देते हैं। 

 

 

चकबंदी कार्यालय को महाराजगंज मुख्यालय में शिफ्ट करने पर सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कहा कि चकबंदी विभाग को महराजगंज मुख्यालय में ही रहना चाहिये, इससे सभी तहसीलों की जनता को आसानी रहेगी, यहां चारों तरफ की जनता आसानी से पहुंच सकती है। 

 










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