Madhya Pradesh: मुरैना जिले में 10 साल बाद गांव लौटने पर एक ही परिवार के छह लोगों की पुरानी रंजिश में गोली मारकर हत्या

डीएन ब्यूरो

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक दशक के बाद अपने गांव लौटने पर शुक्रवार को एक ही परिवार के छह सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

गोली मारकर हत्या (फाइल)
गोली मारकर हत्या (फाइल)


मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक दशक के बाद अपने गांव लौटने पर शुक्रवार को एक ही परिवार के छह सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

हत्याकांड में जीवित बची एक महिला ने संवाददाताओं को बताया कि हमलावर गांव में उनका इंतजार कर रहे थे। हमलावरों ने अतीत में अपने परिवार के कुछ लोगों की हत्या के लिए साफ तौर पर पीड़ितों के रिश्तेदारों को दोषी ठहराया था।

पुलिस ने बताया कि यह हत्याएं जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर भिडोसा गांव से सटे लेपा गांव में सुबह करीब 10 बजे हुई। भिडोसा गांव एथलीट से डकैत बने पान सिंह तोमर का जन्मस्थान है।

पुलिस महानिरीक्षक (चंबल जोन) एस सक्सेना ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने जिला अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।

उन्होंने कहा कि घटना में तीन अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया ने कहा कि मृतकों की पहचान गजेंद्र सिंह (55), संजू (40), सत्यप्रकाश (35), लेस कुमारी (46), बबली तोमर (उम्र ज्ञात नहीं) और मधु कुमारी (36) के रूप में की गई है।

आईजी सक्सेना ने कहा कि पुलिस ने हत्या में शामिल आठ लोगों की पहचान की है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

हमले में अपने पति, दो बेटों और तीन बहुओ को खोने वाली कुसुमा तोमर ने पत्रकारों को बताया कि उनके परिवार का आरोपियों से 2013 में सरकारी जमीन के एक टुकड़े को लेकर विवाद हुआ था।

उन्होंने कहा कि आरोपियों के परिवार के दो लोगों की तब हत्या कर दी गई थी। हत्याओं से हमारा कोई लेना देना नहीं था लेकिन हमारे परिवार के सदस्यों के नाम इस मामले में घसीटे गए थे।

उन्होंने कहा, ‘‘ बाद में जेल में उनके और हमारे परिवार के बीच एक समझौता हुआ। हमने उन्हें मुआवजे के तौर पर छह लाख रुपये दिए और अपनी जमीन उनके नाम पर स्थानांतरित कर दी।’’

उन्होंने कहा कि शुक्रवार की सुबह जब वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दस साल बाद अहमदाबाद से गांव लौटी तो आरोपी उनका इंतजार कर रहे थे।

उन्होंने दावा किया कि पुलिस घटना के दो घंटे बाद मौके पर पहुंची।

मालूम हो कि एथलीट से डकैत बने पान सिंह तोमर की कहानी पर इरफान खान अभिनीत प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म बनी। जिसमें एक भूमि विवाद के बाद पान सिंह तोमर के डकैत बनने की कहानी फिल्माई गई।

 










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