लखनऊ: पेपर लीक कराने वालों की अब खैर नहीं, दोषी पाए जाने पर उनपर लगेगा रासुका

प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए यूपी सरकार पेपर लीक कराने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाकर कार्यवाही करेगी, जिसमें आरोपी की एक साल तक बेल भी नही हो सकेगी। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..

Updated : 5 September 2018, 1:22 PM IST
google-preferred

लखनऊ: यूपी में लगातार पेपर लीक होने के बाद योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, जिसमें सीएम योगी ने कहा है कि प्रतियोगी परीक्षा लीक कराने वालों पर यूपी सरकार एनएसए के तहत कार्यवाही करेंगी और उनपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून भी लगाया जायेगा। सीएम योगी ने कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया है कि जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता लायी जा सके।

यह भी पढ़ें: UP STF की एक और कामयाबी, नलकूप संचालक भर्ती परीक्षा पेपर लीक में 11 गिरफ्तार, परीक्षा रद्द 

सीएम योगी ने कहा कि पेपर लीक कराना बहुत बड़ा अपराध है। यह कुकृत्य उन अभ्यर्थियों के साथ धोखा है जो कठिन परिश्रम करके किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं।

यह भी पढ़ें: लखनऊ: MLA और व्यापारी के मर्डर की ली थी सुपारी, STF ने वारदात से पहले सरगना समेत 4 कुख्यातों को दबोचा 

गौरतलब है कि यूपी में प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे लीक होने की लगातार खबरें आती रही हैं। यूपी में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे लीक होने की घटनाएं चर्चा में रही हैं। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में दो सितंबर को होने वाली अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा संचालित ट्यूबवेल आपरेटरों की परीक्षा का प्रश्नपत्र एक सितंबर हो लीक हो गया था जो राज्य में एक बार फिर चर्चा में है, जिसके बाद में सरकार को परीक्षा कैंसिल करनी पड़ी थी। 

Published : 
  • 5 September 2018, 1:22 PM IST