उन्नाव रेप केस: दुर्घटना में घायल पीड़िता की हालत में ज्यादा सुधार नहीं: डॉ. संदीप तिवारी
रायबरेली में हादसे में घायल उन्नाव रेप पीड़िता की हालत में अभी भी कोई सुधार नहीं है। पिछले पांच दिनों से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
लखनऊ: उन्नाव रेप कांड पीड़िता से संबंधित जानकारी देते हुए ट्रामा प्रभारी डॉक्टर संदीप तिवारी ने कहा की महिला मरीज और वकील दोनों की स्थिति गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। दुर्घटना में घायल पीड़िता और वकील दोनों को पिछले पांच दिनों से इलाज चल रहा है।
यह भी पढ़ें: पीड़िता और परिजनों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश
डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया कि पीड़िता की हालत अधिक खराब है। वह बिना वेंटिलेटर के सांस नहीं ले पा रही हैं जिसके कारण उन्हें वेंटिलेटर से बहुत देर के लिए नहीं हटाया जा सकता है। साथ ही डॉक्टर ने बताया कि महिला मरीज को कल बुखार भी हो गया था। जिसका इलाज चल रहा है।
यह भी पढ़ें: चालक व क्लीनर की CBI कोर्ट में पेशी, पीड़िता के पिता की मौत केस में 60 पुलिसकर्मी तलब
यह भी पढ़ें |
Unnao Rape Case: पीड़िता की हालत नाजुक, CBI ले रही पल-पल की खबर
हालांकि पीड़िता के वकील के स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ है। कल से वह बिना वेंटीलेटर के खुद से सांस ले पा रहे हैं। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि दोनों मरीजों का केजीएमयू के एक्सपर्ट चिकित्सकों के देखरेख में निशुल्क इलाज चल रहा है।
यह भी पढ़ें: CBI 7 दिन में सौंपे हादसे की जांच रिपोर्ट, CJI देखेंगे पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट
वहीं एयरलिफ्ट के बारे में पूछे जाने पर डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया की यदि पीड़ित का परिवार मांग करेगा तो उसे एएरलिफ्ट के सहारे शिफ्ट किया जाएगा। हालांकि न तो पीड़ित और ना ही दिल्ली से अब तक किसी ने इस बारे में कोई जानकारी दी गई है।
यह भी पढ़ें: पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए सपा यूपी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम का का बड़ा बयान
यह भी पढ़ें |
उन्नाव रेप पीड़िता से मिलने लखनऊ के केजीएमसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे अखिलेश यादव
केजीएमयू की टीम के अनुसार दुर्घटना में उसकी जैसी हालत हो गई है वैसी स्थिति में जल्दी सुधार नहीं आता है। पीड़िता की सीटी स्कैन रिपोर्ट लगभग सामान्य है। लेकिन उसे ज्यादा देर के लिए वेंटिलेटर से नहीं हटाया जा सकता।
पीड़िता के परिजनों को दिया 25 लाख का चेक
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपए का चेक सौंपा। सुप्रीम कोर्ट ने 24 घंटे के अंदर पीड़िता को आर्थिक मदद देने का निर्देश दिया था।