Lucknow: कांग्रेस कार्यकर्ता Prabhat Pandey की मौत मामले में जांच हुई तेज
लखनऊ में बुधवार को कांग्रेस के 'विधानसभा घेराव' के दौरान पार्टी के एक युवा नेता प्रभात पांडेय की मौत पर सियासत गरमा गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: यूपी के लखनऊ में कांग्रेस के 'विधानसभा घेराव' के दौरान पार्टी के एक युवा नेता प्रभात पांडेय की मौत पर राजनीति शुरु हो गई। वहीं पुलिस ने प्रभात पांडेय की मौत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस जांच के लिए लखनऊ कांग्रेस के दफ्तर पहुंच गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रभात पांडे की मौत के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सरकार में पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया। तो वहीं राहुल और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया साइट X पर इसे बीजेपीराज में पुलिस की बर्बरता करार दिया।
मृतक के चाचा मनीष पांडेय ने बताया कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि 2 घंटे से उनका भतीजा बेसुध पड़ा है। उन्होंने बताया कि आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मनीष ने बताया कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उन्होंने अपना बच्चा खो दिया है, जो अब वापस नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि इस पर किसी भी तरह की राजनीति की जरूरत नहीं है। उन्हें न्याय चाहिए।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य लोगों का फोन भी आया था। उन्होंने उनसे भी भतीजे की मौत पर सवाल किया है कि अगर वह 2 घंटे तक कांग्रेस कार्यालय पर बेहोश था, तो उसे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। उन्होंने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है
उधर, पुलिस ने इस मामले में अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। यूपी पुलिस के आलाधिकारियों ने कहा है कि लखनऊ कांग्रेस कार्यालय से बुधवार शाम 5 बजे जब प्रभात को अस्पताल लाया गया, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चलेगा। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह के बल प्रयोग से इनकार किया है।
लखनऊ पुलिस का बयान
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डीसीपी सेंट्रल लखनऊ रवीना त्यागी ने बताया कि शाम करीब 5 बजे प्रभात पांडे पुत्र दीपक पांडे निवासी गोरखपुर को कांग्रेस कार्यालय परिसर से एक गाड़ी में बेहोशी की हालत में सिविल अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, उसके शरीर पर कोई चोट नहीं हैं। पोस्टमार्टम कराया गया है, रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई सामने आएगी।
गोरखपुर के रहने वाले प्रभात पांडेय एमिटी कॉलेज के पास पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। प्रभात लखनऊ में करीब डेढ़ साल से रह रहा था। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विधानसभा घेराव के दौरान प्रभात पांडेय को कांग्रेस कार्यालय से सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।