

उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना तेंदुआ आखिरकार लगाए गए पिंजरे में कैद हो गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश (Uttar PRadesh) की लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जिले के धौरहरा क्षेत्र (Dhaurahra area) में आतंक (Terror) का पर्याय बना तेंदुआ (Leopard) आखिरकार लगाए गए पिंजरे (Cage) में कैद हो गया है। पिछले डेढ़ महीने से जंगल से निकलकर बस्ती के पास घूम रहे तेंदुए को वन विभाग (Forest Department) ने पकड़ लिया। बकरी (Goat) खाने के लिए पिंजरे में घुसा नर तेंदुआ कैद हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार दुधवा प्रशासन का कहना है कि तेंदुए का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे दूसरे जंगल में छोड़ा जाएगा।
45 दिनों की दहशत के बाद आया पकड़ में
दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन की धौरहरा वन रेंज धूसा खुर्द घोसियाना सहित कई गांवों के पास पिछले 45 दिनों से एक तेंदुआ भटक रहा था। उसने कई मवेशियों को निवाला बनाया। तेंदुए की मौजूदगी से दहशत का आलम भी था। आखिरकार वन विभाग के लगाए गए पिंजरे में यह तेंदुआ गुरुवार की अल सुबह कैद हो गया। जिसको धौरहरा रेंज कार्यालय लाया गया।
वन विभाग ने 22 अगस्त को जोगी बाबा व दुब घट्टा पुल स्थान के बीच इसी क्षेत्र में पिंजरा लगाया गया था। जबकि मंगलवार को शाम को तेंदुए को ग्रामीणों देखा भी था। पिंजरे में तेंदुए के कैद होने का वीडियो भी सामने आया है