Kota Suicide: सुसाइड हब बन रहे कोटा में छात्रों नकारात्मकता से उबारने के लिए प्रशासन करेगा ये काम

डीएन ब्यूरो

राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन हर पखवाड़े छात्रों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण कराएगा। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
फाइल फोटो


कोटा: राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन हर पखवाड़े छात्रों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण कराएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा कि परीक्षण से छात्रों में आत्महत्या की प्रवृत्ति का पता लगाने में मदद मिलेगी। इससे उन्हें समय पर परामर्श प्रदान किया जा सकेगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कोचिंग संस्थानों और छात्रावासों के लिए दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन की समीक्षा को लेकर शनिवार को कोचिंग संस्थानों, छात्रावासों और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधियों के साथ जिला स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया।

कोटा के जिलाधिकारी ओ.पी. बुनकर ने समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को बताया, “हम हर कोचिंग छात्र का हर पखवाड़े मनोवैज्ञानिक परीक्षण कराने जा रहे हैं, चाहे वह कोचिंग संस्थान, हॉस्टल या पीजी में रहता हो।”

इस साल जनवरी से अब तक कोटा में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या करने के 19 मामले सामने आए हैं। इनमें से इस महीने के पहले 10 दिन में तीन मामले सामने आए।










संबंधित समाचार