MP Politics: BJP में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया
कांग्रेस छोड़ कर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में सिंधिया ने पार्टी ज्वाइन की। इस दौरान कई नेता मौजूद रहे। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..
नई दिल्लीः कांग्रेस से त्यागपत्र देने वाले मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने इस दौरान कहा कि राजमाता सिंधिया जी ने भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी की स्थापना और विस्तार करने में बड़ी भूमिका निभाई थी। आज उनके पौत्र हमारी पार्टी में आए हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया परिवार के सदस्य हैं, ऐसे में हम उनका स्वागत करते हैं।
Delhi: #JyotiradityaMScindia joins BJP at party headquarters, in the presence of party president JP Nadda. pic.twitter.com/YiF3hMXJav
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— ANI (@ANI) March 11, 2020
बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह जी का शुक्रिया की उन्होंने अपने परिवार में स्थान दिया। सिंधिया बोले कि मेरे जीवन में दो तारीख काफी अहम रही हैं, इनमें पहला 30 सितंबर 2001 जिस दिन मैंने अपने पिता को खोया, वो जिंदगी बदलने वाला दिन है। और दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 को जहां जीवन में एक बड़ा निर्णय मैंने लिया है।
Jyotiraditya Scindia: I can say with confidence that the aim of public service is not being fulfilled by that party (Congress). Besides this, the present condition of the party indicates that it is not what it used to be. pic.twitter.com/AGTK1zZwbe
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— ANI (@ANI) March 11, 2020
जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में राजनीतिक घमासान के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र की कॉपी ट्वीटर पर पोस्ट कर दी थी। इस्तीफे पर सोमवार की तारीख अंकित है। इससे संकेत मिलता है कि उन्होंने अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी से मिलने से पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के त्यागपत्र के ऐलान के बाद उनके समर्थक 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया। इससे मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गयी है।