रायबरेली लूटकांड में आखिर क्या मिला आईजी को?

डीएन संवाददाता

रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र में हुई व्यापारी से लूट के मामले में लखनऊ जोन के आईजी प्रशांत कुमार ने गदागंज थाना पहुंचकर मामले की जांच की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।



रायबरेली: जिले में लगातार घट रही आपराधिक घटनाओं का असर यह रहा कि अपराध पर लगाम न लगा पाने के कारण रायबरेली के पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार अग्रवाल Abhishek Kumar Aggarwal) का तबादला कर दिया गया। गदागंज (Gadaganj) थाना क्षेत्र में जन सुविधा केंद्र संचालक से हुई लूट कांड में एक निर्दोष को जेल भेजे जाने की घटना उनके कार्यकाल की सबसे नाकाम घटनाओं में गिनी जा रही है। शायद यही कारण है कि इस मामले में आईजी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने गदागंज थाने का दौरा किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने बताया कि गदागंज थाना इलाके में जन सेवा केंद्र संचालक से लूट काण्ड के ऱर्ज़ी खुलासे के मामले में आईजी जोन प्रशांत कुमार गदागंज थाना पहुंचे थे। इसी थाने के इंचार्ज ने निर्दोष को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया था। संभावना जताई जा रही है कि आईजी रेंज की इस विज़िट के बाद फ़र्ज़ी कार्रवाई करने वाले थानेदार राकेश चंद्र आनंद और सीओ डलमऊ अरुण नौहवार के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। 

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मामला कब हुआ हाई प्रोफाइल?
आपको बता दें कि यह मामला हाई प्रोफाइल तब हो गया जब पीड़ित का वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और समाजवादी पार्टी की तरफ से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर योगी सरकार को घेरा था। वहीं लूट का शिकार हुए व्यापारी रवि चौरसिया ने भी बताया था कि पकड़े गए आरोपी की शिनाख्त के लिए उसे बुलाया गया था तो उसने उसे आरोपी के घटना में शामिल होने से इनकार किया था।

 

 

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