

मेरठ में मुस्कान और शाहिल ने जो किया, उसके बाद पूरे देश में नीले ड्रम को लेकर चर्चा है। अब एक नया ताजा मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
गाजियाबाद: मेरठ की मुस्कान ने देश के कई पतियों के दिल में दहशत पैदा कर दी है। एक व्यक्ति ने कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी उसे लंबे समय से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता अनुसार, व्यक्ति ने अदालत के समक्ष आशंका जताई कि उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच रही है। पीड़ित का कहना है कि जब उसने पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया जिसके बाद उसने न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
शादी के बाद बढ़ती गई परेशानियां
क्रॉसिंग रिपब्लिक निवासी पीड़ित की शादी फरवरी 2011 में हुई थी। उसका कहना है कि शादी के बाद उसकी जिंदगी खुशहाल होने के बजाय तनाव से भर गई। पत्नी का व्यवहार शुरुआत से ही ठीक नहीं था और अक्सर गुस्से में वह उसके साथ मारपीट करती थी।
कपल के दो बेटियां
पत्नी के दबाव के चलते दंपती ने परिवार से अलग रहना शुरू कर दिया, इस उम्मीद में कि रिश्ते में सुधार आएगा। इसी दौरान उन्हें दो बेटियां हुईं। जो अब 13 और 11 साल की हैं। हालांकि, पीड़ित का आरोप है कि अलग रहने के बावजूद उसकी पत्नी अक्सर बिना बताए घर से गायब हो जाती थी और जब पूछताछ की जाती तो वह मारपीट करती और आत्महत्या कर उसे फंसाने की धमकी देती।
वैवाहिक जीवन में आई दरार
पीड़ित ने अदालत को बताया कि कुछ समय बाद उसे पता चला कि उसकी पत्नी का किसी अन्य व्यक्ति से प्रेम संबंध है। वह घंटों अपने प्रेमी से फोन पर बात करती थी। हालात इतने बिगड़ गए कि बीते दो साल से दोनों के बीच कोई वैवाहिक संबंध नहीं रहे।
फिर दी हत्या की धमकी
पिछले साल जुलाई में पीड़ित ने अपनी पत्नी को उसके प्रेमी की दुकान पर बातचीत करते हुए देख लिया। जब उसने इसका विरोध किया तो पत्नी ने घर आकर उस पर हमला कर दिया और अपने प्रेमी को भी बुला लिया। दोनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और उसे धमकी दी कि अगर उसने 5 लाख रुपये देकर तलाक नहीं लिया तो उसकी हत्या कर दी जाएगी।
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब पुलिस ने मदद नहीं की तो उसने अदालत का रुख किया। अदालत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे परिवाद के रूप में दर्ज करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 30 मई को होगी। पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाते हुए अपनी और बच्चों की सुरक्षा की मांग की है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस अब इस मामले की जांच शुरू करेगी।