Hanuman Janmotsav 2025: भारत में प्रसिद्ध है ये हनुमान मंदिर, जहां दर्शन से ही दूर हो जाते हैं सारे संकट

भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जो हनुमान जी की महिमा और चमत्कारी प्रभाव के लिए प्रसिद्ध हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए भारत के 5 सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों के बारे में

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 10 April 2025, 6:09 PM IST
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नई दिल्ली: हनुमान जन्मोत्सव जो हर साल चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, इस बार शनिवार 12 अप्रैल 2025 को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान हनुमान के भक्तों के लिए अत्यंत पावन और ऊर्जा से भरपूर होता है। कहा जाता है कि इस दिन बजरंगबली की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय, भय से मुक्ति और सभी संकटों से निजात मिलती है। भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जो हनुमान जी की महिमा और चमत्कारी प्रभाव के लिए प्रसिद्ध हैं। खासकर इस पावन अवसर पर लाखों भक्त इन मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ते हैं।

संकट मोचन मंदिर, वाराणसी

वाराणसी में स्थित संकट मोचन मंदिर हनुमान जी के सबसे प्रमुख मंदिरों में गिना जाता है। यह मंदिर गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा स्थापित किया गया था। ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन मात्र से ही हर प्रकार का संकट टल जाता है। विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को यहां हजारों भक्त पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं।

सलसर बालाजी मंदिर, चुरू

राजस्थान के चुरू जिले में स्थित यह मंदिर बालाजी के भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां हनुमान जी की मूर्ति दाढ़ी और मूंछों के साथ विराजमान है। जो एक अलग ही रूप प्रस्तुत करती है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए आते हैं।

महावीर मंदिर, पटना

पटना जंक्शन के पास स्थित यह मंदिर उत्तर भारत के सबसे व्यस्त मंदिरों में से एक है। यहां की मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से हनुमान जी के चरणों में आता है। उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। हर मंगलवार और शनिवार को मंदिर में विशेष भीड़ रहती है।

हंपी अंजनेय मंदिर, कर्नाटक

यह मंदिर हनुमान जी की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित यह मंदिर एक छोटी पहाड़ी पर बना हुआ है। जहां तक पहुंचने के लिए लगभग 575 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। यहां का वातावरण अत्यंत शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर होता है।

यज्ञश्वर हनुमान मंदिर, प्रयागराज

प्रयागराज के गंगा-यमुना संगम के पास स्थित यह मंदिर अद्भुत चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की खासियत यह है कि हर कुंभ में जब भी गंगा का जल स्तर बढ़ता है, तो हनुमान जी की यह लेटी हुई मूर्ति जल में समा जाती है और फिर अपने आप बाहर आ जाती है। इसे एक अलौकिक चमत्कार माना जाता है।