Gorakhpur: पीएम मोदी पूर्वांचल की जनता को 7 दिसंबर को देंगे ये तीन बड़े तोहफे, CM योगी बोले- 4 दशक का सपना होगा पूरा

डीएन संवाददाता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिसंबर को गोरखपुर दौरे पर आने वाले है। इस मौके पर वे पूर्वांचल की जनता को तीन बड़े तोहफे के रूप में खाद कारखाना, एम्स और आरएमआरसी के नौ लैब का लोकार्पण करेंगे। सीएम योगी ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर कई अहम बातें कहीं। पढ़िये पूरी रिपोर्ट

गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से बातचीत करते सीएम योगी
गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से बातचीत करते सीएम योगी


गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार यानि सात दिसंबर को गोरखपुर दौरे पर आने वाले हैं। इस मौके पर पीएम मोदी यहां खाद कारखाना, एम्स और आरएमआरसी के नौ लैब का लोकार्पण करेंगे। ये तीनों परियोजनाएं पूर्वांचल की जनता के लिये बड़ी सौगात बतायी जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण समारोह से पहले आज रविवार को गोरखनाथ मंदिर के तिलक हाल में पत्रकारों से पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर बातचीत की और इन परियोजनाओं की जानकारी देते हुए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि इन तीन परियोजनाओं के लोकार्पण से चार दशक पुराना सपना पूरी होगा। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से 07 दिसंबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश के तीन बड़े प्रोजेक्ट का उद्घाटन होने जा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने वर्ष 2016 में गोरखपुर के खाद कारखाने का शिलान्यास किया और एक समय-सीमा में यह खाद कारखाना बनकर तैयार है। 07 दिसम्बर को प्रधानमंत्री के कर-कमलों से हिंदुस्तान उर्वरक कारखाना राष्ट्र को समर्पित होगा। गोरखपुर के इस खाद कारखाने से 12 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया का उत्पादन होगा। इसी प्रकार यह खाद कारखाना न केवल किसानों को समय पर उर्वरक व रसायन उपलब्ध कराएगा, बल्कि रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगा।

सीएम योगी ने कहा वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री ने पूर्वी उत्तर प्रदेश को AIIMS दिया। गोरखपुर में स्थापित विश्वस्तरीय विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधा के एक महत्वपूर्ण केंद्र AIIMS का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री के द्वारा आगामी 07 दिसंबर को होगा। वर्ष 2018 में इस सेंटर का शिलान्यास मैंने तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जी के साथ मिलकर किया था और अब एक समय सीमा के अंदर इसका भी लोकार्पण हो रहा है।

सीएम योगी ने कहा कि ICMR का एग्जामिनेशन सेंटर NIV पुणे की तर्ज पर गोरखपुर में बनकर तैयार है। इसमें न केवल इंसेफेलाइटिस, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया बल्कि कोरोना जैसी महामारी से जुड़े वायरस की जांच हो सकेगी। सेंटर BRD मेडिकल कॉलेज में बनकर तैयार हुआ है। प्रत्येक नागरिक को बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराने हेतु ये बड़े संस्थान इस क्षेत्र के उन्नयन, समृद्धि व खुशहाली के लिए उपलब्ध होंगे। 07 दिसंबर पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण तिथि होगी।

सीएम योगी ने बताया कि फर्टिलाइजर का कारखाना लगभग 600 एकड़ क्षेत्रफल में बना है और इश पर 8,600 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि इस प्रोजेक्ट पर खर्च हुई है। जबकि 12 एकड़ क्षेत्रफल बने AIIMS पर लगभग ₹1,011 करोड़ खर्च हुए हैं। इसी तरह ICMR DELHI की लैब पर 36 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं। 

सीएम योगी ने कहा कि जो काम विपक्ष के लिए हमारी सरकार से पहले नामुमकिन था, उसे मोदी ने मुमकिन कर दिखाया है। जिसे वो लोग असंभव कहते थे, वो सब आज संभव है। सात दिसंबर को पूरी दुनिया देखेगी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वी यूपी के उस सपने को कैसे साकार किया, जिसकी उम्मीद यहां के लोग चार दशक से लगाए बैठे थे।

योगी ने कहा कि बाढ़ और बीमारी के लिए जाने जाने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश को लेकर पिछली सरकारों में संवेदना नही थी। इंसेफ्लाइटिस से 40 सालों में 50 हजार बच्चे यहां मौत के शिकार हुए। 2016 में मोदीजी ने गोरखपुर को एम्स दिया जो अब बनकर तैयार है। देश दुनिया में एम्स एक ब्रांड है जिसका उद्घाटन मोदीजी सात दिसम्बर को करेंगे। गोरखपुर में लैब न होने की वजह से 1977 में जाकर इंसेफ्लाइटिस का पता चल सका। यह जांच भी गोरखपुर के किसी लैब से नही बल्कि पुणे के लैब में हुई।










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