गोरखपुर: गोला नगर पंचायत की उदासीनता से सैकड़ों बेघरों की जिंदगी दांव पर

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर के गोला नगर पंचायत में कड़ाके की ठंड में सैकड़ों बेघर लोग खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

सैकड़ों बेघरों की जिंदगी दांव पर
सैकड़ों बेघरों की जिंदगी दांव पर


गोरखपुर: गोला नगर पंचायत में कड़ाके की ठंड में सैकड़ों बेघर लोग खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। नगर पंचायत की उदासीनता के कारण रैन बसेरे बंद पड़े हैं और कंबल या अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि वार्ड नंबर 18 में स्थित रैन बसेरा पिछले एक महीने से बंद है। इस क्षेत्र में लगभग 500 लोग खुले में सोते हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। ये लोग ठंड से बचने के लिए कचरे में आग जलाकर रात काट रहे हैं। ठंड के कारण होने वाली बीमारियों, जैसे कि हाइपोथर्मिया और निमोनिया, का खतरा लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय डॉक्टरों का कहना है कि पिछले सप्ताह में ठंड से जुड़ी बीमारियों के मामले में काफी वृद्धि हुई है।

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नगर पंचायत के अधिकारियों का कहना है कि वे इस समस्या से अवगत हैं और जल्द ही रैन बसेरे खोले जाएंगे।

हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों के ये वादे सिर्फ खोखले हैं।

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स्थानीय लोगों की अपील

ठंड से पीड़ित लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि उन्हें कंबल, अलाव और रहने की जगह मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि वे सर्दी के मौसम में सुरक्षित रहने के लिए सरकार की मदद पर निर्भर हैं।










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