गोरखपुर: खजनी तहसील में समाधान दिवस पर खाली हाथ लौटे फरियादी

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर के खजनी तहसील में समाधान दिवस का आयोजन हुआ, जिसमें फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

समाधान दिवस पर खाली हाथ लौटे फरयादी
समाधान दिवस पर खाली हाथ लौटे फरयादी


गोरखपुर: जनपद के खजनी तहसील में शनिवार को इस सत्र का अंतिम समाधान दिवस का आयोजन हुआ। समाधान दिवस में कुल 54 मामले निस्तारण के लिए आये, लेकिन किसी भी फरियाद का समाधान नही किया जा सका।

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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपक कुमार की अध्यक्षता में समाधान दिवस की शुरुआत  हुई। नायब तहसीलदार सिरज कुमार ने फरियादियों की फरियाद सुनी । 

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जानकारी के अनुसार कुल 54 फरियादी अपनी फरियाद का समाधान के लिए आए थे। लेकिन समाधान दिवस पर किसी भी फिरयादी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया।

समाधान दिवस के अंतिम सत्र में पहुंचे फरियाद दिलीप कुमार ने बताया कि मौज भेउसा उर्फ बनकटा में सुनील कुमार पुत्र रामचरण से  बैनामा लिया था। जिसको विक्रेता ने जीवन काल में बंटवारा कर दिया था, लेकिन षडयंत्रकारियों से तंग आ चुका हूं।

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उन्होंने बताया कि कई  बार  समाधान दिवस पर फरियाद लगाई लेकिन न्याय नही मिला।  जिसमे थाना भी अपना रिपोर्ट क्रेता के पक्ष में दे रहा है। नायब तहसीलदार खजनी के उदाशीनता के कारण न्याय से वंचित हूँ ।

उरुआ थानां क्षेत्र की गोपालपुर निवासी दिव्यांग महिला मशाली देवी पत्नी स्व रामप्रीत ने बताया कि वह पांचवी बार अपनी फरियाद लेकर पहुंची । उसने बताया कि मैं एक गरीब महिला है जो  एक छोटा मकान रहने के बनवा रही हूं, उसने आरोप लगाया कि सर्वदेव विष्वकर्मा, अनुज विष्वकर्मा इत्यादि लोग बनाने नही दे रहे हैं। निजी जमीन को लेकर मामला उलझा रहे हैं। इस मामले को लेकर आज मैं समाधान दिवस में आयी, लेकिन समाधान नहीं मिला।

इसी प्रकार आधा दर्जन फरियादियों ने डाइनामाइट न्यूज को आपबीती सुनाई। फरियादियों ने बताया कि समाधान दिवस केवल खानापूर्ती का केंद्र बनकर रह गया है।  फरियादी केवल मायूश होकर जाता है उसे कोई न्याय नही मिलता ।  










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