चारा घोटाले के आरोपी डीएम अमरनाथ उपाध्याय से जुड़ी बड़ी खबर: वरिष्ठ आईएएस के रविन्द्र नायक कल पहुंचेगे महराजगंज

डीएन संवाददाता

सवा तीन सौ एकड़ जमीन के घोटालेबाज और गौ-माता का चारा खाने के आरोपी महराजगंज के पूर्व जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को भगवान की जोरदार मार पड़ रही है। दो महीने पहले सीएम ने अपना खौफनाक डंडा चलाया और इस भ्रष्टाचारी प्रमोटेड आईएएस को निलंबित कर दिया। निलंबन के दूसरे दिन से इसके गुर्गे डींगे हांकने लगे कि एक से दो दिन में ये बहाल हो जायेंगे लेकिन ये क्या दो महीने हो गये और अब तक ये निलंबन की काली-कोठरी में सड़ रहे हैं। इस बीच डाइनामाइट न्यूज़ पर एक बड़ी खबर आ रही है कि शासन ने मधवलिया गो-सदन घोटाले में विशेषज्ञ कमेटी से और अधिक व्यापक जांच कराने के आदेश दे दिये हैं। एक्सक्लूसिव खबर:

निलंबित डीएम अमरनाथ उपाध्याय के चेहरे से उड़ी हवाईयां
निलंबित डीएम अमरनाथ उपाध्याय के चेहरे से उड़ी हवाईयां


महराजगंज: जिले स्तर के अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के चक्कर में जनता का जमकर उत्पीड़न करने वाले भ्रष्टाचारी प्रमोटेड आईएएस अमरनाथ उपाध्याय की काली करतूतों के पाप का घड़ा एक-एक कर फूट रहा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि अपने पद के अहंकार में जनता के मूलभूत अधिकारों को कुचलने वाले इस भ्रष्टाचारी को जिले स्तर के राजनीतिक आका क्यों नहीं बचा ले रहे हैं?

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जांच अधिकारी के रविन्द्र नायक 

14 अक्टूबर को इसके निलंबन की खबर जब डाइनामाइट न्यूज़ पर वायरल हुई तो इसके गुर्गे कहने लगे कि डीएम को जिले में बचाने वाले कई नेता है और इनके दम पर एक-दो दिन में ये बहाल हो जायेंगे लेकिन हुआ कुछ उल्टा। दो महीने बीतने को हैं लेकिन आज तक ये निलंबन की काली-कोठरी से बाहर नहीं निकल पाये। सरकारी धन के गबन की ऐसी कालिख इनके मुंह पर लगी कि निलंबन के बाद दूसरे दिन सुबह पहले कार में सवार होकर सामानों सहित जनता का सामना किये बगैर, बिना किसी विदाई समारोह के अंधेरे में मुंह छिपा भाग खड़े हुए। निलंबन के बाद इनके खिलाफ एक के बाद एक कई जांच शुरु हो गयी है। सीएम ने खुद निलंबन ने दो दिन बाद वरिष्ठ अफसरों की 5, कालिदास मार्ग की एक बैठक में अमरनाथ उपाध्याय की जमकर लानत-मलामत की थी।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक मधवलिया गो सदन में वित्तीय अनियमितता और आपराधिक गतिविधियों की जांच के लिए खुद प्रमुख सचिव स्तर के वरिष्ठ आईएएस के रविन्द्र नायक को लखनऊ से भेजा जा रहा है। अमरनाथ के काले कारनामों से सीएम कितना नाराज हैं, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद वरिष्ठ आईएएस के. रविन्द्र नायक घोटाले की परतों को खंगालने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच रहे हैं। वे गुरुवार की सुबह पहुंचेंगे और फिर अपनी रिपोर्ट सीएम को सौपेंगे।

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लोगों ने सोचा होगा कि निलंबन के बाद अब सब कुछ समाप्त, कुछ दिनों बाद इसकी बहाली हो जायेगी लेकिन हकीकत जुदा है। अमरनाथ के खिलाफ इस व्यापक जांच की खबर मिलते ही उनके चहेतों के चेहरे के रंग उड़ गये हैं। इसकी वजह यह है कि कहीं वे खुद लपेटे में न आ जायें। जोरों से चर्चा है कि मधवलिया गो सदन के नाम पर गोरखपुर मंडल के आसपास के जिलों के उद्योगपतियों से व डीएम से काम कराने के नाम पर चंदा रुपी भारी धनउगाही की गयी है। अंदर के सूत्र इसकी लंबी रकम बता रहे हैं और चर्चा तो यहां तक है कि इसमें डीएम के साथ उठने-बैठने वाले बिचौलियों ने लंबा हाथ मारा है। यही नहीं इस धन को डकारने के जांच के राडार में डीएम के कैंप कार्यालय में लंबे समय से बैठने वाला एक बाबू भी है। अंदर की खबर ये है कि ये पूर्व डीएम के लूट का सबसे बड़ा राजदार है। इसके पेट में पाप के कई राज छिपे हैं। अब जब व्यापक जांच होगी तो डीएम के साथ मलाई खाने वाले भी निपट जायें तो आश्चर्य नहीं।










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