महराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को मिली पाप की सजा, हुए सस्पेंड

महराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को पाप की सजा मिली है। उनको सीएम योगी आदित्यनाथ ने सस्पेंड कर दिया है। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने डाइनामाइट न्यूज़ को दी। पूरी खबर..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 14 October 2019, 1:42 PM IST
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नई दिल्ली/लखनऊ/महराजगंज: महराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को पाप की सजा मिली है। उनको सीएम योगी आदित्यनाथ ने सस्पेंड कर दिया है। यह जानकारी अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने डाइनामाइट न्यूज़ को दी है।

 

 

इन्होंने बीते 13 सितंबर को गैरकानूनी तरीके से भारत सरकार के मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश का महराजगंज जनपद मुख्यालय का पैतृक मकान बुलडोजरों से गैरकानूनी तरीके से बिना नोटिस, बिना मुआवजे, बिना अधिग्रहण के जमींदोज करा दिया था।  

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इनके ऊपर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे हैं। जिनकी जांच शासन स्तर पर की गयी और इन्हें दोषी पाया गया जिसके बाद इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। 

ये पीसीएस से प्रमोशन पाकर आईएएस बने हैं और इन्हें पहली बार किसी जिले का डीएम बनाया गया और ये पहले ही चार्ज में भ्रष्टाचार की दलदल में समाते चले गये। 

महराजगंज जिले के सत्तारुढ़ भाजपा के दो जनप्रतिनिधियों के दबाव में गैरकानूनी कार्यों को अंजाम देने वाले अहंकारी जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को सीएम योगी आदित्यनाथ ने करारा सबक सिखाया है। 

नौतनवा तहसील में गेहूं क्रय केन्दों पर खरीद के बाद करोड़ों की गेहूं गायब हो जाने से लेकर घुघुली नगर पंचायत के सरकारी धन को गलत तरीके से एनएच के कामों में खर्च करने जैसे तमाम आरोपों से अमरनाथ घिरे हुए हैं। 

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जिलाधिकारी ने मधवलिया गो सदन में भारी पैमाने पर अनियमितता की है। विभागीय जांच में ये सब आरोप सच पाये गये। डीएम सहित कुल पांच अधिकारियों को निलंबित किया गया है। 

मुख्य सचिव राजेन्द्र तिवारी ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि आईएएस अमरनाथ उपाध्याय पर विभागीय जांच के अलावा एफआईआर भी दर्ज होगी। 

 

इधर महराजगंज के फरेन्दा इलाके के निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सिंह ने अपने फेसबुक पर अमरनाथ के भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए लिखा कि यह महराजगंज जिले में भ्रष्टाचार से इनका गहरा नाता रहा है। जब ये 1997 के दौर में नौतनवा के एसडीएम होते थे तब ये अपने मातहत लेखपालों से दस-बीस रुपये की सब्जियां मंगवाते थे। 

जिलाधिकारी के अलावा एसडीएम निचलौल देवेंद्र कुमार, एसडीएम महाराजगंज सत्यम मिश्रा, मुख्य पशु अधिकारी निचलौल वीके मौर्या व मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी महाराजगंज राजू उपाध्याय को भी मधवलिया गो सदन की अनियमितता में निलंबित किया गया है। 

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