DN Exclusive: भ्रष्ट प्रमोटेड आईएएस अमरनाथ उपाध्याय के खिलाफ एफआईआर, सीएम ने बतायी हैसियत
जिले स्तर के अपने राजनीतिक आकाओं के गैरकानूनी दबावों में आकर राष्ट्रीय स्तर के सम्मानित लोगों के खिलाफ फर्जी एफआईआर का षड़यंत्र रचने वाले महराजगंज जिले के पूर्व जिलाधिकारी और भ्रष्टाचार के अनगिनत आरोपों से घिरे प्रमोटेड आईएएस अमरनाथ उपाध्याय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश मुख्यमंत्री ने दिये हैं। इसके अलावा विभागीय जांच भी प्रारंभ कर दी गयी है।
नई दिल्ली/लखनऊ/महराजगंज: जिले स्तर के अपने राजनीतिक आकाओं के गैरकानूनी दबावों में आकर राष्ट्रीय स्तर के सम्मानित लोगों के खिलाफ फर्जी एफआईआर का षड़यंत्र रचने वाले महराजगंज जिले के पूर्व जिलाधिकारी और भ्रष्टाचार के अनगिनत आरोपों से घिरे प्रमोटेड आईएएस अमरनाथ उपाध्याय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश मुख्यमंत्री ने दिये हैं।
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इसके अलावा विभागीय जांच भी प्रारंभ कर दी गयी है। डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक डीएम कार्यालय में हर कोई हैरान व परेशान है कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि डेढ़ साल से जिले में तैनात जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय पर सीएम ने अपनी भयानक गाज गिरा दी।
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कल तक सीएम से नजदीकियों का झूठा दंभ भरने वाले भ्रष्ट व प्रोमोटेड आईएएस अमरनाथ के चेहरे से हवाईयां गायब थीं, उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा था कि ये कैसे हो गया? अमरनाथ के जिले स्तर के दोनों राजनीतिक संरक्षणदाता कहीं नजर नहीं आ रहे हैं कि किस गुफा में छिप गये हैं। कल तक अमरनाथ के गुनाहों पर सार्वजनिक तौर भाषण दे जिला प्रशासन को बधाई देने वाले नेता कहां लापता हैं, ये किसी को समझ में नहीं आ रहा है?
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बीते 13 सितंबर को गैरकानूनी तरीके से भारत सरकार के मान्यता प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश का महराजगंज जनपद मुख्यालय का पैतृक मकान बुलडोजरों से गैरकानूनी तरीके से बिना नोटिस, बिना मुआवजे, बिना अधिग्रहण के जमींदोज करा दिया था।
इनके ऊपर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे हैं। जिनकी जांच शासन स्तर पर की गयी और इन्हें दोषी पाया गया जिसके बाद इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
ये पीसीएस से प्रमोशन पाकर आईएएस बने हैं और इन्हें पहली बार किसी जिले का डीएम बनाया गया और ये पहले ही चार्ज में भ्रष्टाचार की दलदल में समाते चले गये।
महराजगंज जिले के सत्तारुढ़ भाजपा के दो जनप्रतिनिधियों के दबाव में गैरकानूनी कार्यों को अंजाम देने वाले अहंकारी जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को सीएम योगी आदित्यनाथ ने करारा सबक सिखाया है।
नौतनवा तहसील में गेहूं क्रय केन्दों पर खरीद के बाद करोड़ों की गेहूं गायब हो जाने से लेकर घुघुली नगर पंचायत के सरकारी धन को गलत तरीके से एनएच के कामों में खर्च करने जैसे तमाम आरोपों से अमरनाथ घिरे हुए हैं।
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जिलाधिकारी ने मधवलिया गो सदन में भारी पैमाने पर अनियमितता की है। विभागीय जांच में ये सब आरोप सच पाये गये। डीएम सहित कुल पांच अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
इधर महराजगंज के फरेन्दा इलाके के निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सिंह ने अपने फेसबुक पर अमरनाथ के भ्रष्टाचार की पोल खोलते हुए लिखा कि यह महराजगंज जिले में भ्रष्टाचार से इनका गहरा नाता रहा है। जब ये 1997 के दौर में नौतनवा के एसडीएम होते थे तब ये अपने मातहत लेखपालों से दस-बीस रुपये की सब्जियां मंगवाते थे।