Encounter In UP: लखनऊ में मुठभेड़ में घायल होकर गिरा लूटकांड का मास्टरमाइंड, STF ने दबोचा

लखनऊ के विकासनगर में कारोबारी से लूट की वारदात में वांछित एक लाख रुपये के इनामी बदमाश को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 10 April 2025, 8:23 AM IST
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। राजधानी लखनऊ के विकासनगर में कारोबारी से लूट की वारदात में वांछित एक लाख रुपये के इनामी बदमाश वैभव सिंह को पीजीआई थाना क्षेत्र में साहसिक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ में गोली लगने से वैभव घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए पीजीआई ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी वैभव सिंह उर्फ चन्दन उर्फ विराज, हरदोई जनपद के बघौली थाना क्षेत्र का निवासी है। 28 मार्च 2025 को विकासनगर क्षेत्र में एक व्यवसायी से लूट के मामले में उसकी तलाश की जा रही थी। इस वारदात में वह मुख्य भूमिका में था और उस पर पहले ही एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

एसटीएफ को जानकारी मिला कि वैभव सिंह पीजीआई क्षेत्र में किसी से मिलने आने वाला है। सूचना पर एसटीएफ की टीम ने योजना बनाकर डलौना क्रॉसिंग के पास घेराबंदी की। मुठभेड़ के दौरान आरोपी ने गोली चलाई, लेकिन जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से घायल हो गया और टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

वैभव सिंह के पास से एक अवैध पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, तीन खोखा कारतूस, एक पल्सर मोटरसाइकिल, एक बैग, दो मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट और 1,570 रुपये नकद बरामद किए गए हैं। यह वही बाइक है जो विकासनगर लूट में इस्तेमाल की गई थी।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि वैभव सिंह लंबे समय से लूट और डकैती की वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसके खिलाफ हरदोई, सीतापुर और लखनऊ के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह 2014 में खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव बनकर वसूली कर चुका है, 2016 में सेक्स रैकेट चलाने, 2020 और 2021 में लूट, तथा 2024 में चोरी के मामलों में जेल जा चुका है।

गौरतलब है कि 28 मार्च की लूट में शामिल अन्य आरोपी—प्रेम बहादुर सिंह, सोनेन्द्र सिंह और गौरव मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सुषील मिश्रा को 7 अप्रैल को प्रयागराज से पकड़ा गया था। पूछताछ में पता चला कि प्रेम बहादुर पहले पीड़ित व्यवसायी के यहां ड्राइवर था और उसने ही इस लूट की साजिश रची थी।

फिलहाल वैभव सिंह के खिलाफ थाना पीजीआई में मामला दर्ज किया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है।