Arjun Pasi Murder Case: जेल में बंद बेटे के लिये बुजुर्ग बाप मांग रहा इंसाफ

रायबरेली के चर्चित अर्जुन पासी हत्याकांड मामले में जेल में 6 आरोपियों के साथ जेल में बन्द एक नाबालिक युवक का बुजुर्ग पिता इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 22 September 2024, 3:26 PM IST
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रायबरेली: यूपी (Uttar Pradesh के रायबरेली (Raebareli) जनपद में नसीराबाद थाना (Nasirabad Police Station) क्षेत्र के पिछवरिया में हुए चर्चित अर्जुन पासी हत्याकांड (Arjun Pasi Murder Case) मामले में जेल में 6 आरोपियों के साथ बन्द एक नाबालिक युवक का बुजुर्ग पिता (Old Father) इंसाफ (Justice) के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के नाम ज्ञापन देकर उन्होंने न्याय की मांग (Sought for Justice) की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक रविवार को जिलाधिकारी (DM) से मिलने पहुंचे डीह निवासी उमेश चंद्र मिश्रा (Umesh Chandra Mishra) ने मांग की है कि उसका बेटा जेल में बंद (Lodge in Jail) है। मामले की निष्पक्ष जांच करके उसे रिहा किया जाए।

दिन भर घर पर था बेटा

उमेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि घटना के दिन उसका बेटा पूरे दिन घर में रहा। पुलिस रात में आई और उसके बेटे को उठाकर ले गई। उसका बेटा प्रतापगढ़ के अझारा लालगंज में पढ़ाई करता है। उसका इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है।

इंसाफ की मांग

जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से उमेश चंद्र मिश्रा ने इंसाफ की मांग की है।

बेगुनाह युवकों को फंसाने का आरोप

वही मौके पर आए स्वर्ण आर्मी के जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह फौजी ने कहा कि नसीराबाद थाना क्षेत्र के पिछवारिया में गोली कांड के दौरान अर्जुन पासी की मौत हो गई थी। इस मामले में कुछ संगठनों के दबाव के कारण स्वर्ण जाति के बेगुनाह युवकों को फंसाया गया था।

जातिगत संगठनों का दबाव

समाजवादी पार्टी के कुछ पदाधिकारी यहाँ पहुंचकर दबाव बना रहे थे। इस मामले में एक नाबालिक युवक हर्षित मिश्रा है, जो कि बेकसूर है। जातिगत संगठनों के दबाव में उसे नवयुवक को फंसाया गया है। जिलाधिकारी के माध्यम से हम मुख्यमंत्री जी से मांग करते हैं कि इस मामले में बेगुनाह युवकों को दोष मुक्त करते हुए छोड़ जाए।

राहुल गांधी की मुलाकात

गौरतलब है कि इस हत्याकांड मामले में दलित संगठनों ने प्रदर्शन किया था। उसके बाद सवर्ण जाति के संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया था। मामले में रायबरेली के सांसद राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय का भरोसा दिया था।

सपा की आर्थिक सहायता

अभी कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने पीड़ित परिवार से मिलकर एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी मुहैया करवाई थी।