देवरियाः गौ-पूजन के साथ शिव ताडंव- कथक नृत्य का अनोखा संगम.. कलाकारों ने बांधा समां

डीएन संवाददाता

देवरिया जिले के नोनापार में मणिनाथ ब्रह्म जयंती समारोह में गौ पूजन के साथ शास्त्रीय संगीत के आयोजन ने सबका मन मोह लिया। इस दौरान काशी के प्राचीन बाबा विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने गौ पूजन का महत्व बताया। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें कैसा रहा कार्यक्रम



देवरियाः नोनापार में मणिनाथ ब्रह्म जयंती समारोह और गौ पूजन कार्यक्रम में गौ पूजन और शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान यहां वाराणसी के प्राचीन बाबा विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने गौ पूजन कर इसका महत्व बताया कि हिंदू धर्म में कामधेनु गाय किस तरह से भक्तों की मनोकामनायें पूरी करती है। महंत तिवारी ने कहा कि गायों की महिमा ऐसी है जिसका वर्णन करने के लिये बहुत समय चाहिए, पुरातन काल से अब तक गाय मनुष्य के लिये कई तरह से उपयोगी रही है।     

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गौ पूजन करते काशी मंदिर के महंत डॉ. कुलपति तिवारी

 

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गाय का दूध, गोबर,मूत्र हरेक चीज उपयोगी होती है। उन्होंने कहा कि पहले गाय हम सबका पोषण करती थी,खेतों में गाय का गोबर खाद के लिये और बछड़े बैल कृषि कार्य के लिये लगाये जाते थे।आज के समय भी गाय की प्रसंगिकता सबके लिए बनी हुई है। इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल पर एकत्रित सैंकड़ों गायों की पूजा कर उन्हें विभिन्न पकवान गांव के लोगों के अतिरिक्त डॉ. कुलपति तिवारी,महंत बाबा विश्वनाथ मंदिर पुराना वाराणसी,आचार्य द्वारिकाधीश मिश्र  अयोध्या,आञ्जनेय दास जी महाराज ,आश्रम बरहज, महंत रमाशंकर भारती, परमात्मा दास जी सहित पधारे हुए गणमान्यों ने खिलाया।    

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मंच पर शिव तांडव करता कलाकार

 

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इस दौरान काशी से आये से आये संगीत-साधकों ने शिव तांडव कथक नृत्य,कुल गीत, भजन व प्रख्यात गायिका पूनम मणि के गीतों ने समां बांधा औप अपनी प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया। यहां पधारे महात्माओं ने नोनापार में सनातन धर्म, संस्कृति के पोषण,सम्बर्धन,गौ सेवा की दिशा में किया जाने वाले कार्यों भजन- कीर्तन के साथ महिला- पुरुषों द्वारा नित्य 4 बजे भोर में प्रभात फेरी,किया जाना अत्यंत सराहनीय कार्य बताया। कार्यक्रम का संचालन सुधाकर मिश्र,अनिल तिवारी ने संयुक्त रूप से किया।










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