आज़मगढ़ में कई लोंगो से धोखाधड़ी, साइबर अपराधी गिरफ्तार, जानिये कैसे बनते थे लोग शिकार

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में लोंगो से धोखाधड़ी के मामले में साइबर क्राइम टीम ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 8 April 2024, 6:13 PM IST
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आज़मगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद में कई लोगों से ठगी करने वाले अभियुक्त को साइबर क्राइम टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तार अभियुक्त फर्जी सिम एक्टिवेट कर तथा एयरटेल पेमेंट बैंक बनाकर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से लोगों की सरकारी योजना के तहत मिलने वाली किसान सम्मन निधि, पेंशन, गैस सब्सिडी, स्कॉलरशिप आदि के लाखों रुपए निकाल लेता था। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक आजमगढ़ जनपद के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मुल्लापुर गांव निवासी सीताराम यादव ने साइबर क्राइम थाने में प्रार्थना पत्र दिया था कि किसी ने उसके नाम से फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक का खाता खोल लिया है और जो किसान सम्मान निधि की राशि मेरे बड़ौदा  यूपी ग्रामीण बैंक में आती थी वह अब अचानक फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक में ट्रांसफर होकर निकाली जा रही है। 

ऐसे ही कई अन्य लोगों का भी किसान सम्मन निधि की राशि अन्य बैंक में ट्रांसफर कर निकाल दिया जा रहा है। 

इस घटना की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य के निर्देश पर साइबर क्राइम टीम ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की।

इसके बाद पुलिस ने काफी खोजबिन के बाद आरेपी राहुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के जलालपुर कोठवा गांव का रहने वाला है। 

पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ के दौरान अभियुक्त राहुल ने बताया कि वह एयरटेल की तरफ से गांव में जाकर एयरटेल एमएनपी केंद्र का कैंप लगाता था।

वहां जो भी लोग सिम कार्ड लेने या पोर्ट करने आते थे, तो वह उनके नाम से दो सिम एक बार ई केवाईसी के माध्यम से तथा दूसरी बार ऑफलाइन केवाईसी आधार कार्ड की फोटो खींचकर एक्टिवेट कर देता था तथा इस समय ई केवाईसी कर उनके नाम से फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक भी खोलकर उसमें डीबीटी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर ऑप्शन को फर्स्ट टाइम एक्टिवेट कर देता था।

उन लोगों के आधार कार्ड से जो भी सरकारी योजनाओं के तहत राशि बैंक खाते में ट्रांसफर होती थी वह उसके द्वारा बनाए गए फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक में ट्रांसफर हो जाती थी। 

आरेपी ने बताया कि उसने अब तक 50 से 60 लोगों के साथ ऐसी धोखाधड़ी कर लगभग 5 लख रुपए ट्रांसफर कर निकाल लिए हैं।

 पुलिस ने अभियुक्त के पास से 40 एक्टिवेट सिम और तीन मोबाइल बरामद किया है और बैंक खातों की जांच कर आरेपी के खिलाफ कार्रवाई में जुट गई है।

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