Dr. Manmohan Singh के निधन पर कांग्रेस कार्य समिति ने जताया शोक

कांग्रेस कार्य समिति ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 27 December 2024, 7:16 PM IST
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नई दिल्ली: कांग्रेस कार्य समिति ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। डॉ. सिंह को भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए याद किया गया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, समिति ने उनके नेतृत्व और समर्पण को भारत के विकास की दिशा में मील का पत्थर बताया।

आर्थिक सुधारों के शिल्पकार

डॉ. मनमोहन सिंह ने 1990 के दशक में वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक उदारीकरण की नींव रखी। उनके दूरदर्शी नीतिगत कदमों ने न केवल भारत को भुगतान संकट से उबारा, बल्कि देश को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया। उन्होंने विनियमन, निजीकरण और विदेशी निवेश को बढ़ावा देकर भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

प्रधानमंत्री के रूप में शानदार नेतृत्व

भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. सिंह ने शांति, दृढ़ संकल्प और अद्वितीय बुद्धिमत्ता के साथ देश का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA), शिक्षा का अधिकार (Right to Education) और खाद्य सुरक्षा कानून जैसे कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए। उन्होंने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भारत को सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी रणनीतियां अपनाईं।

शिक्षा और नीति निर्माण में योगदान

डॉ. सिंह एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और अर्थशास्त्री भी थे। उनके विद्वतापूर्ण कार्य और भारतीय रिजर्व बैंक व संयुक्त राष्ट्र में योगदान ने देश की नीतियों और दिशा को प्रभावित किया। उनकी शिक्षा और दृष्टिकोण ने देश के अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं को प्रेरित किया।

डॉ. सिंह के व्यक्तिगत गुण

डॉ. सिंह अपनी गरिमा, विनम्रता और शालीनता के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने सार्वजनिक सेवा में सहानुभूति और ईमानदारी को महत्व दिया। उनके साधारण स्वभाव ने उन्हें सभी वर्गों के लोगों का प्रिय बना दिया।

कांग्रेस का संकल्प

कांग्रेस कार्य समिति ने डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को सम्मानित करने और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। उनके द्वारा स्थापित मूल्यों, ईमानदारी, परिश्रम और सहानुभूति को कायम रखते हुए देश के विकास की दिशा में काम करने का वचन लिया गया।