Amarnath Yatra: भगवान शिव के अमेरिकी भक्तों ने की अमरनाथ गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना, जानिये आगे क्या कहा

कैलिफ़ोर्निया निवासी दो अमेरिकी, दक्षिण कश्मीर हिमालय में भगवान शिव के पवित्र गुफा मंदिर के लिए अमरनाथ यात्रा करने वाले पहले विदेशी तीर्थयात्री बन गए हैं। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Updated : 12 July 2023, 7:00 PM IST
google-preferred

श्रीनगर: कैलिफ़ोर्निया निवासी दो अमेरिकी, दक्षिण कश्मीर हिमालय में भगवान शिव के पवित्र गुफा मंदिर के लिए अमरनाथ यात्रा करने वाले पहले विदेशी तीर्थयात्री बन गए हैं।

जम्मू-कश्मीर प्रशासन के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी एक वीडियो में इन दोनों ने अपने यात्रा अनुभव के बारे में बात की।

इनमें से एक व्यक्ति ने कहा ''हम कैलिफोर्निया में एक मंदिर के आश्रम में रहते हैं। वर्षों से, हमने इस यात्रा के लिए यहां आने का सपना देखा था। हमने पिछले कुछ वर्षों से हर दिन यूट्यूब पर 'आरती' के वीडियो देखे हैं। यह वर्णन करना कठिन और असंभव है कि हम कैसा महसूस कर रहे है। हम बहुत बहुत आभारी है और बहुत खुश हैं।''

वीडियो में इन दोनों के नामों का खुलासा नहीं किया गया।

भगवा वस्त्र पहने और लंबे बालों वाले इन दोनों व्यक्तियों ने बताया कि वे स्वामी विवेकानन्द के भक्त हैं।

''हम स्वामी विवेकानन्द के भक्त हैं। स्वामी विवेकानन्द अमरनाथ आये थे और उन्हें एक बहुत ही महत्वपूर्ण अनुभव हुआ था। उन्हें भगवान शिव के दर्शन हुए और अब 40 वर्षों से, मैं सोच रहा हूँ कि मैं यह कहानी जानता हूँ।''

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दूसरे व्यक्ति ने बताया ''यही कारण है कि हम यहां आना चाहते थे। यह एक असंभव सपना जैसा लग रहा था। फिर, अचानक, भोलेनाथ की कृपा से, सब कुछ ठीक हो गया और उनके दर्शन करने के बाद हम यहां हैं।''

दोनों ने बताया कि वह शब्दों में बयां नहीं कर सकते कि वह कैसा महसूस कर रहे हैं। उनमें से एक ने कहा, ''हम अभिभूत हैं। हम इस दर्शन को पाने, इस तीर्थयात्रा के लिए आने के लिए कृतज्ञता और खुशी से अभिभूत हैं।''

दोनों अमेरिकियों ने 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा की गई व्यवस्था की सराहना की।

उनमें से एक ने बताया, ''इतने सारे तीर्थयात्रियों के बावजूद श्राइन बोर्ड ने जिस तरह से सब कुछ व्यवस्थित किया है वह बहुत शानदार है।''

उन्होंने कहा कि उन्हें इन पहाड़ों में आकर एक विशेष प्रकार की शांति मिली। उनमें से एक ने कहा, ''हम उम्मीद करते हैं कि इस तरह की शांति हर जगह बनी रहे। यही हमारी प्रार्थना है।''

Published : 
  • 12 July 2023, 7:00 PM IST