पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की इस यात्रा के लिए कोष के दुरुपयोग के आरोपों की होगी जांच, जानिये ये बड़ा अपडेट

डीएन ब्यूरो

असम सरकार ने रविवार कहा कि उसने बाघ संरक्षण और अन्य परियोजनाओं के लिए आवंटित कोष का इस्तेमाल पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के लिए करने के आरोपों की ‘पड़ताल’ करने का निर्देश एक अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिया है।पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद


गुवाहाटी: असम सरकार ने रविवार कहा कि उसने बाघ संरक्षण और अन्य परियोजनाओं के लिए आवंटित कोष का इस्तेमाल पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के लिए करने के आरोपों की ‘पड़ताल’ करने का निर्देश एक अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पर्यावरण और वन मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने  बताया कि एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा सूचना का अधिकार (आरटीआई) आवेदन के तहत उपलब्ध कराए गए जवाब के बाद वन और पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रवि शंकर प्रसाद को आरोपों को देखने के लिए कहा गया है।

उन्होंने कहा, “ हमने प्रसाद से पूरे मामले की पड़ताल करने को कहा है। वह फिलहाल इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या बाघ परियोजनाओं और अन्य संरक्षण प्रयासों के लिए आवंटित धन का इस्तेमाल पूर्व राष्ट्रपति की काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के दौरान किया गया और उसका दुरुपयोग किया गया था।”

पटवरी ने और ब्योरा देने से इनकार कर दिया और कहा कि प्रसाद की ओर से रिपोर्ट दिए जाने के बाद अन्य जानकारियां साझा की जाएंगी।

इस बीच प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) एमके यादव को मुख्य वन्यजीव वार्डन के अतिरिक्त प्रभार से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया गया है। वह असम के वन बल (एचओएफएफ) के प्रमुख भी हैं।

वन मंत्री ने कहा कि यादव को मुख्य वन्यजीव वार्डन के 'अतिरिक्त प्रभार' से मुक्त किया गया है।

उन्होंने कहा, “ हमने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संदीप कुमार को मुख्य वन्यजीव वार्डन का प्रभार दिया है। यादव पीसीसीएफ और एचओएफएफ पद पर बने रहेंगे।”

आरटीआई के आवेदन के तहत नवंबर 2022 में पशु अधिकार कार्यकर्ता रोहित चौधरी को दिए जवाब में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के क्षेत्र निदेशक ने बताया कि फरवरी 2022 में तत्कालीन राष्ट्रपति की उद्यान की दो दिवसीय यात्रा के दौरान वन्यजीव संरक्षण के लिए आवंटित 1,64,16,000 रुपये खर्च किए गए।

असम सरकार ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) के बाघ संरक्षण कोष से 1.13 करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया था जबकि प्रधान मुख्य वन संरक्षक और तत्कालीन मुख्य वन्यजीव वार्डन यादव ने केएनपी के एक अन्य वन्यजीव कोष से गणमान्य व्यक्तियों के लिए ‘रेड कार्पेट’ बिछाने के लिए 51.98 लाख रुपये आवंटित किए थे।

कोविंद अपनी पत्नी और बेटी के साथ 25-27 फरवरी 2022 तक असम की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। वह अपने परिवार के साथ केएनपी में दो रातें ठहरे थे और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।

 










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