

जानलेवा हमले में घायल अधिवक्ता ने न्याय की मांग की है। रायबरेली के जिला अस्पताल में उपचारधीन अधिवक्ता ने जानलेवा हमला करने की संगीन धारा के तहत मुकदमा दर्ज होने के बावजूद दर्जन से अधिक हमलावरों की अभी तक गिरफ्तारी न होने की बात कही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: जानलेवा हमले में घायल अधिवक्ता ने न्याय की मांग की है। रायबरेली के जिला अस्पताल में उपचारधीन अधिवक्ता ने जानलेवा हमला करने की संगीन धारा के तहत मुकदमा दर्ज होने के बावजूद दर्जन से अधिक हमलावरों की अभी तक गिरफ्तारी न होने की बात कही है। पीड़ित के मुताबिक उसके ऊपर घटना के दिन दबंगों द्वारा असहले के बट से वार करके गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मामला खीरो थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर का है। पीड़ित अधिवक्ता आलोक प्रताप सिंह पुत्र अशोक कुमार सिंह निवासी ग्राम खीरो, थाना खीरों ने बताया कि 17 जनवरी के दिन उसके पड़ोस में रहने वाले अमित कुमार पुत्र कल्लू धानुक निवासी ग्राम खीरों, थाना खीरों अपनी दुकान की सफाई कर रहे थे। तभी कस्बा खीरों निवासी प्रेम गुप्ता पुत्र राम आसरे गुप्ता और उनका पुत्र विशाल गुप्ता उर्फ सचिन गुप्ता अपने दर्जन भर अस्स अधिक साथियों के साथ अमित को घेर कर जाति सूचक गालियां देने लगे और लाठी डंडा से लैस होकर दुकान के अंदर घुस आए। अमित को लात घूंसों और डंडों से मारना शुरू कर दिए। शोर शराबा सुनकर वह अमित कुमार को बचाने के लिए आए।
इस दौरान उनके साथ बजरंगी व सुनील भी बीच बचाव करने लगे। लेकिन उपरोक्त विपक्षी लोगों ने एक राय होकर उनके ऊपर असहले के बट से जानलेवा हमला कर दिया। जिससे वह घटना स्थल पर ही बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। पीड़ित ने बताया कि थाना खीरों में जान से मारने की नीयत से हमला करने के मामले का मुकदमा पंजीकृत कर तो लिया गया लेकिन अभी तक विपक्षी गणों में से किसी गिरफ्तारी नहीं हुई है।