

महिला दृष्टिबाधित टी20 विश्व कप 2025 से पहले नेपाल को मेजबानी से हाथ धोना पड़ा है। काठमांडू को तटस्थ स्थल के रूप में चुना गया था, लेकिन देश में जारी राजनीतिक अस्थिरता और हिंसक प्रदर्शनों के चलते भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ ने इसे हटाने का फैसला लिया।
महिला दृष्टिबाधित टी20 विश्व कप का स्थान बदला (Img: Internet)
Kathmandu: महिला दृष्टिबाधित टी20 विश्व कप 2025 से पहले एक बड़ा बदलाव सामने आया है। नेपाल की राजधानी काठमांडू, जिसे टूर्नामेंट के लिए तटस्थ स्थल के रूप में चुना गया था, अब आयोजन स्थल की सूची से हटा दिया गया है। जिसके बाद से ही लोगों में सवाल उठने लगा है कि इतना बड़ा फैसला आखिर क्यों लिया गया?
दरअसल, इसके पीछे कारण है नेपाल में जारी राजनीतिक अस्थिरता और हाल ही में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन। इसी वजह से खिलाड़ियों के सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। इसलिए इस टूर्नामेंट का वेन्यू बदलने का फैसला लिया गया।
नेपाल में हिंसा (Img: Internet)
यह ऐतिहासिक टूर्नामेंट 11 से 25 नवंबर तक भारत में आयोजित होगा। इसमें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अमेरिका सहित कुल सात टीमें भाग लेंगी। टूर्नामेंट में 21 लीग मैच, दो सेमीफाइनल और एक फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।
पहले की योजना के अनुसार, भारत के नई दिल्ली और बेंगलुरु में मैच आयोजित होने थे, लेकिन भारत-पाकिस्तान राजनीतिक तनाव को देखते हुए, पाकिस्तान के मैचों के लिए काठमांडू को तटस्थ स्थल बनाया गया था। अब नेपाल की स्थिति को देखते हुए वहां मैच कराना संभव नहीं रह गया।
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भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (CABI) ने स्थिति पर बयान देते हुए कहा कि, "नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा खतरे बने हुए हैं। ऐसे में मैच आयोजित करना संभव नहीं।" अब पाकिस्तान के मैचों के लिए नया तटस्थ स्थल जल्द घोषित किया जाएगा।
टूर्नामेंट में भारत सिर्फ मेज़बान ही नहीं, बल्कि एक मजबूत दावेदार भी है। पिछले साल आयोजित IBSA विश्व खेलों 2023 में भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने स्वर्ण पदक जीता था, जहां उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
टीम के लिए देश भर से 56 खिलाड़ियों का चयन किया गया, जिनमें से 16 सदस्यीय स्क्वॉड को फाइनल किया गया है।
बी1 श्रेणी: सिमू दास (दिल्ली), पी. करुणा कुमारी (आंध्र प्रदेश), अनु कुमारी (बिहार), जमुना रानी टुडू (ओडिशा), काव्या वी (कर्नाटक)।
बी2 श्रेणी: अनेखा देवी (दिल्ली), बसंती हांसदा (ओडिशा), सिमरनजीत कौर (राजस्थान), सुनीता सराठे (मध्य प्रदेश), पार्वती मरांडी (ओडिशा)।
बी3 श्रेणी: दीपिका टीसी, फूला सोरेन (ओडिशा), गंगा एस कदम, काव्या एनआर (कर्नाटक), सुषमा पटेल (मध्य प्रदेश), दुर्गा येवले (मध्य प्रदेश)।