

केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि भारत का लक्ष्य 2047 तक दुनिया के शीर्ष-5 खेल देशों में शामिल होना है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में खेलों में तेज़ी से प्रगति हो रही है, और खिलाड़ियों के लिए टारगेट पोडियम योजना जैसी नई पहल शुरू की गई हैं।
मनसुख मांडविया (Img: X @mansukhmandviya)
Ahmedabad: भारत अब सिर्फ पदकों की दौड़ में नहीं, बल्कि वैश्विक खेल महाशक्ति बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को अहमदाबाद में एक बड़ा विजन पेश करते हुए कहा कि देश 2047 तकजब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे करेगा तब दुनिया के शीर्ष 5 खेल देशों में शामिल होगा। उन्होंने इस लक्ष्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे सुधारों और खेलों को लेकर बढ़ते राष्ट्रीय जुनून का नतीजा बताया।
मनसुख मंडाविया ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने खेलों में अभूतपूर्व विकास किया है। उन्होंने कहा कि अगले 10 वर्षों में देश का लक्ष्य शीर्ष-10 खेल देशों में शामिल होना है। इसके साथ ही भारत ने 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी भी पेश की है। मंत्री ने आशा जताई कि 2047 तक भारत विश्व के टॉप-5 खेल राष्ट्रों में शुमार होगा।
मंत्री ने कहा कि सरकार ने टारगेट पोडियम ओलंपिक योजना (TOPS) शुरू की है, जिससे देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण और अनुभव प्राप्त हो रहा है। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को बेहतर अवसर देना और उनके प्रदर्शन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है। इसके तहत खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन, कोचिंग और सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
खेलों में नई ऊँचाइयाँ छूता भारत! 🇮🇳
आज अहमदाबाद स्थित वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप-2025 का शुभारंभ किया।
यह आयोजन न केवल खेल भावना का उत्सव है, बल्कि प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi जी के नेतृत्व में भारत की उभरती खेल शक्ति का भी प्रमाण… pic.twitter.com/dFwzyE1F6E
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 24, 2025
मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में एक नई खेल संस्कृति विकसित की है। हाल ही में बनी राष्ट्रीय खेल नीति खेल विज्ञान को मजबूत करेगी, बेहतर बुनियादी ढांचा तैयार करेगी और खेलों को आम जनता तक पहुँचाएगी। इसके साथ ही यह नीति खेल प्रशासन में पारदर्शिता और सुशासन को भी बढ़ावा देगी।
खेल मंत्री ने यह भी बताया कि पिछले संसद सत्र में सरकार ने खेल प्रशासन विधेयक पेश किया था, जो खिलाड़ी-केंद्रित है। इस विधेयक में राष्ट्रीय खेल महासंघों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा दिया गया है ताकि महिला खिलाड़ियों को समान अवसर और समर्थन मिल सके।
मनसुख मंडाविया ने अहमदाबाद में आयोजित राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप का आयोजन देश के लिए गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल भारोत्तोलन बल्कि भारत की उभरती खेल ताकत का प्रतीक है और खिलाड़ियों की क्षमता को दर्शाता है।
इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (IWF) के अध्यक्ष मोहम्मद हसन जालुद और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव भी मौजूद थे। IWF अध्यक्ष ने भारत की तैयारियों की प्रशंसा की और कहा कि चैंपियनशिप का सफल आयोजन और उच्च स्तरीय बुनियादी ढाँचा भारत की खेल क्षेत्र में बढ़ती ताकत को दर्शाता है।