

एशिया कप 2025 में भारत का अगला मुकाबला ओमान से होगा, जो टीम इंडिया का 250वां टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। इस ऐतिहासिक मुकाबले में भारत दुनिया की दूसरी टीम बन जाएगा जिसने 250 T20I मैच खेले हैं। टीम पहले ही सुपर फोर में क्वालीफाई कर चुकी है।
भारतीय क्रिकेट टीम (Img: Internet)
Abu Dhabi: एशिया कप 2025 में टीम इंडिया शानदार लय में है। दो लगातार जीत के बाद भारतीय टीम सुपर फोर में पहले ही क्वालीफाई कर चुकी है। अब आज शुक्रवार, 19 सितंबर को अबू धाबी में भारत का मुकाबला ओमान से होगा। यह मैच सिर्फ टूर्नामेंट की औपचारिकता नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास का 250वां T20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला भी होगा। भारत ऐसा करने वाली दुनिया की दूसरी टीम बन जाएगी।
टी20 प्रारूप में सबसे ज़्यादा मुकाबले खेलने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम है, जिसने अब तक 275 T20I मैच खेले हैं। भारत इस मैच के साथ 250 का आंकड़ा छू लेगा और इस सूची में अपना दूसरा स्थान और भी मज़बूत कर लेगा। न्यूज़ीलैंड 235 मैचों के साथ तीसरे, वेस्टइंडीज 228 मैचों के साथ चौथे और श्रीलंका 212 मैचों के साथ पांचवें नंबर पर है।
सुपर फोर मुकाबलों से पहले टीम इंडिया के लिए यह मैच अपनी बल्लेबाज़ी रणनीति को परखने का सुनहरा मौका होगा। अभिषेक शर्मा लगातार आक्रामक शुरुआत दे रहे हैं, लेकिन टीम प्रबंधन चाहेगा कि शुभमन गिल भी एक लंबी और स्थिर पारी खेलें। कप्तान सूर्यकुमार यादव शानदार फॉर्म में हैं, वहीं तिलक वर्मा से भी अच्छी बल्लेबाज़ी की उम्मीद की जा रही है।
मध्य क्रम में हार्दिक पांड्या, संजू सैमसन, शिवम दुबे और अक्षर पटेल को भी रन बनाने और क्रीज़ पर समय बिताने का अच्छा अवसर मिल सकता है। यह सब आने वाले अहम मुकाबलों के लिए तैयारी का हिस्सा होगा।
भारतीय टीम (Img: Internet)
गेंदबाज़ी में भारत ने अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जसप्रीत बुमराह टीम के प्रमुख हथियार हैं, लेकिन सुपर फोर में लगातार मैचों को देखते हुए उन्हें इस मुकाबले में आराम दिया जा सकता है। उनकी जगह अर्शदीप सिंह या युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा को मौका मिल सकता है।
स्पिन विभाग में कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती में से किसी एक को रोटेट किया जा सकता है, ताकि फाइनल मुकाबलों के लिए दोनों तरोताज़ा रहें।
टीम प्रबंधन चाहेगा कि ओमान के खिलाफ पहले बल्लेबाज़ी करते हुए एक बड़ा स्कोर खड़ा किया जाए और पूरे 20 ओवरों का इस्तेमाल हो। यह मैच एक तरह से अभ्यास मुकाबले की तरह होगा, जिससे टीम को सुपर फोर में सात दिनों में चार मैच खेलने की चुनौती के लिए खुद को तैयार करने का मौका मिलेगा। भारत की निगाहें अब न सिर्फ जीत पर होंगी, बल्कि संतुलित टीम संयोजन और फिटनेस पर भी केंद्रित रहेंगी।