

लॉर्ड्स टेस्ट में गिल और क्रॉली के बीच तीखी स्लेजिंग देखने को मिली। जिसके बाद से ही इस मामले पर अब तक बात की जा रही है। जिसे देखने के बाद अब खुद गिल ने साफ किया है कि ऐसा मैदान पर क्यों हुआ?
शुभमन गिल (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए लॉर्ड्स टेस्ट में दिख रहे तनाव की असली वजह अब सामने आ गई है। टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने तीसरे दिन के खेल के आखिरी ओवर में हुए ड्रामे पर अब खुलकर बयान दिया है। गिल ने जैक क्रॉली पर खेल भावना के खिलाफ जाने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने जानबूझकर समय बर्बाद किया।
लॉर्ड्स टेस्ट में गिल और क्रॉली के बीच तीखी स्लेजिंग देखने को मिली। तीसरे दिन का आखिरी ओवर जसप्रीत बुमराह कर रहे थे। तब जैक क्रॉली रन-अप के दौरान बार-बार पीछे हटकर समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे। जिसकी वजह से भारत को दूसरा ओवर फेंकने का मौका नहीं मिला। इसके देखने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल का गुस्सा फूट गया, जिसकी वजह से क्रॉली और उनके बीच जमकर हंगामा देखने मिला।
गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज निर्धारित समय से 90 सेकंड देरी से क्रीज पर पहुंचे और पूरे दिन समय बर्बाद करते रहे। इस पूरी घटना से नाराज शुभमन गिल ने कहा, "क्रॉली जानबूझकर समय बर्बाद कर रहे थे। यह खेल भावना के बिल्कुल खिलाफ था। अंपायरों को हस्तक्षेप करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। मैं अपना आपा खो बैठा क्योंकि यह तरीका गलत था।"
"They were 90 seconds late to come to the pitch. Not 10, not 20, 90 seconds late"
Shubman GIll questions whether England's conduct on the third evening at Lord's was against the spirit of the game 👀 pic.twitter.com/uCnsqCXDyP
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) July 22, 2025
वहीं, इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और कोच मार्क रामप्रकाश ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि गिल का गुस्सा होना बिलकुल जायज था और जैक क्रॉली को समय बर्बाद करने के बजाय खेल को आगे बढ़ाना चाहिए था। इस मामले पर रामप्रकाश का मानना है कि "बल्लेबाज दिन के आखिरी ओवर में थोड़ा इंतजार कर सकते थे, लेकिन इंग्लैंड ने इस हरकत से हद पार कर दी। साथ ही अंपायरों ने भी पूरे मामले पर कुछ नहीं कहा और इसे नजरअंदाज कर दिया, जिससे मामला और बिगड़ गया।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने सोचा नहीं था कि शुभमन गिल इतने आक्रामक हो सकते हैं, लेकिन वह अपनी टीम के साथ मजबूती से खड़े रहे। ऐसे समय में ही टीम की एकजुटता और कप्तान का नेतृत्व देखने को मिलता है।"
जानकारी के लिए बता दें कि 23 जुलाई से मैनचेस्टर में शुरू होने वाला चौथा टेस्ट भारत के लिए काफी अहम है। यह मुकाबला करो या मरो वाला है। भारत इस सीरीज में 1-2 से पीछे चल रहा है, जिसकी वजह से टीम को ये मुकाबला जीतना काफी अहम होने वाला है।