

टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने जा रही है, जहां वह तीन वनडे और पांच टी20 मुकाबले खेलेगी। इस दौरे की खास बात यह है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली पहली बार गिल की कप्तानी में खेलेंगे। लेकिन, कप्तान इन दोनों दिग्गजों के साथ ऑस्ट्रेलिया रवाना नहीं होंगे।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल (Img: Internet)
New Delhi: भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में समाप्त हुई दो मैचों की टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज को 2-0 से हराकर दमदार प्रदर्शन किया। इस सीरीज में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की। अब टीम इंडिया अगली चुनौती के लिए तैयार है और वह है ऑस्ट्रेलिया दौरा, जहां तीन वनडे और पांच टी20 मैच खेले जाएंगे। इस दौरे को लेकर कई दिलचस्प बातें सामने आ रही हैं, जिनमें से एक यह है कि कप्तान शुभमन गिल, रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ ऑस्ट्रेलिया नहीं जाएंगे।
टीम इंडिया 15 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होगी, लेकिन सभी खिलाड़ी एक साथ नहीं बल्कि दो बैच में यात्रा करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला बैच सुबह 9 बजे रवाना होगा, जिसमें पूर्व कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, उप-कप्तान श्रेयस अय्यर, कुछ अन्य खिलाड़ी और सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे। वहीं, दूसरा जत्था रात 9 बजे ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ेगा, जिसमें मुख्य कोच गौतम गंभीर, वनडे कप्तान शुभमन गिल और अन्य सहयोगी स्टाफ मौजूद रहेंगे।
इस ऑस्ट्रेलिया दौरे की सबसे खास बात यह है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली पहली बार शुभमन गिल की कप्तानी में खेलते नजर आएंगे। शुभमन गिल को पहली बार वनडे टीम की कमान सौंपी गई है, जबकि रोहित और विराट अब केवल वनडे फॉर्मेट में ही खेलते हैं, क्योंकि दोनों खिलाड़ी टेस्ट और टी20 से संन्यास ले चुके हैं। इससे यह सीरीज और भी खास हो जाती है।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुभमन गिल (Img: Internet)
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज की शुरुआत 19 अक्टूबर से होगी। पहला मुकाबला पर्थ में खेला जाएगा। फैंस इस सीरीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली लंबे समय बाद भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं। साथ ही, यह देखना दिलचस्प होगा कि युवा कप्तान शुभमन गिल अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कैसी तालमेल बैठाते हैं।
गौतम गंभीर की कोचिंग और शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया एक नए युग की शुरुआत कर रही है। जहां युवा खिलाड़ियों को आगे लाने का मौका मिलेगा, वहीं अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी से टीम को स्थिरता और अनुभव भी मिलेगा। यह दौरा आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट की दिशा तय करने में अहम साबित हो सकता है।