

ICC ने पारदर्शिता और प्रशासनिक विफलताओं के चलते अमेरिकी क्रिकेट बोर्ड को निलंबित कर दिया है। हालांकि, USA टीम 2026 टी20 विश्व कप में हिस्सा लेगी। ICC और USOPC दोनों ने बोर्ड में सुधार की मांग की है।
आईसीसी ने दी यूएसए क्रिकेट को सजा (Img: Internet)
Dubai: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने मंगलवार को एक अहम निर्णय लेते हुए अमेरिकी क्रिकेट बोर्ड को निलंबित कर दिया है। यह फैसला ICC की वर्चुअल बोर्ड बैठक में लिया गया, जो अमेरिकी क्रिकेट में लंबे समय से चले आ रहे प्रशासनिक संकट और पारदर्शिता की कमी के कारण सामने आया है। हालांकि, निलंबन के बावजूद अमेरिकी क्रिकेट टीम को आगामी 2026 टी20 विश्व कप में खेलने की अनुमति दी गई है, जो भारत और श्रीलंका में आयोजित किया जाएगा।
ICC ने इस साल सिंगापुर में आयोजित वार्षिक सम्मेलन के दौरान अमेरिकी क्रिकेट बोर्ड को तीन महीने का समय दिया था ताकि वह एक सुव्यवस्थित और पारदर्शी ढांचा स्थापित कर सके। इससे पहले, पिछले वर्ष श्रीलंका में हुए वार्षिक सम्मेलन में ICC ने बोर्ड को नोटिस भी भेजा था।
ICC को बोर्ड के कामकाज को लेकर कई शिकायतें और अनियमितताएं मिली थीं, जिनमें बोर्ड के चुनावों में पारदर्शिता की कमी, अनुचित उम्मीदवार चयन और प्रक्रिया में हेरफेर जैसे गंभीर आरोप शामिल थे।
अमेरिका क्रिकेट बोर्ड (Img: Internet)
ICC ने कई बार बोर्ड के अध्यक्ष वेणु पिसिके और उनके सहयोगियों को चेतावनी दी थी कि अगर पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित नहीं की गई तो कड़े कदम उठाए जाएंगे। बावजूद इसके, बोर्ड द्वारा उचित बदलाव नहीं किए गए।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, अध्यक्ष वेणु पिसिके ने दावा किया है कि उन्हें अभी तक ICC द्वारा औपचारिक रूप से निलंबन की जानकारी नहीं दी गई है। इसके बावजूद, ICC ने आधिकारिक रूप से इस निलंबन की पुष्टि कर दी है।
हालांकि, यह निलंबन 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट की भागीदारी पर कोई प्रभाव नहीं डालेगा। अमेरिका मेज़बान देश होने के कारण क्रिकेट प्रतियोगिता में स्वतः शामिल होगा। यह उम्मीद की जा रही है कि अमेरिकी टीम छह भाग लेने वाली टीमों में से एक होगी।
अमेरिकन ओलंपिक और पैरालंपिक समिति (USOPC) ने भी अमेरिकी क्रिकेट में बदलाव की मांग का समर्थन किया है। ICC और USOPC दोनों इस बात पर सहमत हैं कि बोर्ड में नेतृत्व परिवर्तन जरूरी है। फिर भी, वेणु पिसिके अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार नहीं हैं और उन्होंने अन्य सदस्यों से भी पद पर बने रहने का आग्रह किया है।