

बीसीसीआई ने हाल ही में मिथुन मन्हास को नया अध्यक्ष नियुक्त किया है और टीम इंडिया की चयन समिति में बड़े बदलाव किए हैं। प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह पुरुष चयन समिति में शामिल हुए हैं, जबकि अमिता शर्मा महिला चयन समिति की अध्यक्ष बनी हैं।
अजीत अगरकर (Img: Internet)
Mumbai: हाल ही में बीसीसीआई ने अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। सबसे बड़ा फैसला था मिथुन मन्हास को नया अध्यक्ष बनाना। मिथुन मन्हास, जो दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं, अब अगले तीन साल तक बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर भारतीय क्रिकेट का संचालन करेंगे। साथ ही, देवजीत सैकिया सचिव पद पर बने रहेंगे और राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं, पुरुष चयन समिति में भी बड़े बदलाव हुए हैं।
बीसीसीआई ने टीम इंडिया के चयन प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए पुरुष चयन समिति में दो बड़े नाम शामिल किए हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह को इस समिति में शामिल किया गया है। इन दिग्गज खिलाड़ियों का अनुभव भारतीय टीम के चयन में अहम भूमिका निभाएगा। इनके साथ चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में अजीत अगरकर भी रहेंगे, जो अब टीम इंडिया के खिलाड़ियों के चयन का कार्यभार संभालेंगे।
🚨 RP SINGH & PRAGYAN OJHA APPOINTED AS TWO NEW SELECTORS OF INDIA 🚨 pic.twitter.com/eXtIWEcPMJ
— Tanuj (@ImTanujSingh) September 28, 2025
बीसीसीआई ने महिला क्रिकेट के लिए भी नए चेहरों को मौका दिया है। दिल्ली की अमिता शर्मा को महिला चयन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा, सुलक्षणा नाइक, श्रवंती नायडू, श्यामा डे और जया शर्मा को भी इस समिति में शामिल किया गया है। यह बदलाव महिला क्रिकेट के विकास के लिए अहम माना जा रहा है। जूनियर चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में एस. शरत को नियुक्त किया गया है, जो युवा खिलाड़ियों की पहचान और विकास में योगदान देंगे।
एजीएम में एक और बड़ा फैसला यह लिया गया कि कोई भी अंडर-16 खिलाड़ी तब तक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हिस्सा नहीं ले सकेगा जब तक उसने अपने राज्य की टीम के लिए रणजी ट्रॉफी में कम से कम एक मैच नहीं खेला हो। यह निर्णय युवा खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट के महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इससे उनकी क्रिकेटिंग गुणवत्ता बेहतर होगी और वे मजबूती से राष्ट्रीय स्तर पर उतर पाएंगे।
बीसीसीआई के इन फैसलों से यह स्पष्ट होता है कि बोर्ड भारतीय क्रिकेट के हर क्षेत्र को मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहा है। मिथुन मन्हास के नेतृत्व में नई चयन समिति और नई नीतियां भारतीय क्रिकेट के भविष्य को और उज्जवल बनाएंगी। चयन समिति में शामिल हुए दिग्गज खिलाड़ियों का अनुभव और ज्ञान टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। वहीं, महिला क्रिकेट और जूनियर क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए भी यह कदम सराहनीय है।