

महिला क्रिकेट विश्व कप में भारत-पाकिस्तान मैच से पहले पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर का “आजाद कश्मीर” कहे जाने वाला बयान विवादों में आ गया है। बांग्लादेश-पाकिस्तान मैच के दौरान की गई इस टिप्पणी पर कई लोग नाराज हैं।
सना मीर (Img: Internet)
Colombo: महिला क्रिकेट विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को होने वाले बहुप्रतीक्षित मुकाबले से पहले एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। गुरुवार को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को एक अप्रत्याशित हार का स्वाद चखाया। लेकिन इस मैच के दौरान पाकिस्तान की पूर्व कप्तान और वर्तमान कमेंटेटर सना मीर द्वारा "आजाद कश्मीर" शब्द के प्रयोग ने नया विवाद जन्म दे दिया है। सोशल मीडिया पर लोग इसे राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं और आईसीसी से सना मीर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सना मीर ने कमेंट्री के दौरान कहा कि पाकिस्तानी खिलाड़ी नतालिया परवेज़ "आजाद कश्मीर" से हैं। यह बयान कई भारतीय दर्शकों को नागवार गुजरा क्योंकि भारत उस क्षेत्र को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) मानता है, जिसे पाकिस्तान "आजाद कश्मीर" कहता है।
Player ‘from Azad Kashmir’ is this kind of commentary allowed?
And then they say keep politics away from sports. pic.twitter.com/1HSHjRWMZG
— Lala (@FabulasGuy) October 2, 2025
यह क्षेत्र दशकों से विवाद का केंद्र रहा है, और वहां के लोग पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आए दिन प्रदर्शन करते रहते हैं। ऐसे में आईसीसी के सख्त नियमों के बावजूद इस तरह की राजनीतिक भाषा का उपयोग करना गंभीर माना जा रहा है।
आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) अपने टूर्नामेंट्स में राजनीति से संबंधित बयानों या संकेतों पर पूर्ण प्रतिबंध रखती है। ऐसे में सना मीर की टिप्पणी इन नियमों का उल्लंघन मानी जा रही है।
कई क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों का कहना है कि खेल को राजनीति से दूर रखना चाहिए और सना मीर पर कार्रवाई होनी चाहिए। कुछ लोगों ने तो यह तक कह दिया है कि उन्हें कमेंट्री से आजीवन प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
अपने बचाव में मीर ने सोशल मीडिया पर अपने इरादे स्पष्ट करते हुए इस प्रगति को नजरअंदाज करने की स्थिति पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उनकी टिप्पणियों का उद्देश्य पाकिस्तान के एक विशिष्ट क्षेत्र से आए परवेज के चुनौतीपूर्ण सफर को उजागर करना था।
मीर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "एक पाकिस्तानी खिलाड़ी के गृहनगर के बारे में मेरी टिप्पणियों का उद्देश्य केवल उन चुनौतियों और पाकिस्तान के एक विशिष्ट क्षेत्र से आने के कारण उसके सामने आई उसकी अविश्वसनीय यात्रा को उजागर करना था। यह उस कहानी का एक हिस्सा है जो हम कमेंटेटर के रूप में बताते हैं कि खिलाड़ी कहां से आते हैं।"
It's unfortunate how things are being blown out of proportion and people in sports are being subjected to unnecessary pressure. It is sad that this requires an explanation at public level.
My comment about a Pakistan player's hometown was only meant to highlight the challenges… pic.twitter.com/G722fLj17C
— Sana Mir ثناء میر (@mir_sana05) October 2, 2025
मीर ने जोर देकर कहा कि उनके शब्दों के पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं था और उन्होंने दूसरों से उनकी कमेंट्री का राजनीतिकरण न करने का आग्रह किया।
उन्होंने आगे कहा, "मैंने आज दूसरे क्षेत्रों के दो अन्य खिलाड़ियों के लिए भी ऐसा ही किया। कृपया इसका राजनीतिकरण न करें। वर्ल्ड फीड पर एक कमेंटेटर के रूप में, हमारा उद्देश्य खेल, टीमों और खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित करना और उनके साहस और दृढ़ता की प्रेरक कहानियों को उजागर करना है। मेरी कोई दुर्भावना या भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं है।"
इस विवाद के बीच अब सबकी निगाहें 5 अक्टूबर, रविवार को होने वाले भारत-पाकिस्तान महिला विश्व कप मैच पर टिकी हैं। इससे पहले पुरुष एशिया कप के दौरान भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव देखने को मिला था, जब भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया और पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी को ट्रॉफी देने से इनकार कर दिया। इसके जवाब में नकवी ने भारत की ट्रॉफी अपने साथ ले जाने की हरकत की थी।