

ऑस्ट्रेलिया सरकार ने अपने पर्यटन अभियान में भारत से सारा तेंदुलकर को शामिल किया है। 130 मिलियन डॉलर के इस वैश्विक अभियान Come and Say G’day के तहत सारा ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के अनुभव साझा करेंगी और भारतीयों को वहां घूमने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
सारा तेंदुलकर (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: ऑस्ट्रेलिया सरकार अपने देश में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक विशाल अंतरराष्ट्रीय अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान के जरिए ऑस्ट्रेलिया दुनियाभर के यात्रियों को आकर्षित करना चाहता है, और इसके लिए उसने दुनिया के प्रमुख देशों से प्रभावशाली चेहरों को अपने साथ जोड़ा है। भारत से इस अभियान में शामिल होने के लिए क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर को चुना गया है। जो अब सामाजिक कार्य में सक्रिय हैं।
इस वैश्विक अभियान का नाम 'Come and Say G'day' रखा गया है और इसके लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार ने करीब 130 मिलियन डॉलर (लगभग 1137 करोड़ रुपये) का बजट तय किया है। इस अभियान की शुरुआत 7 अगस्त को सबसे पहले चीन में होगी और फिर वर्ष के अंत तक यह भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान जैसे देशों में भी सक्रिय रूप से शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य पर्यटकों को ऑस्ट्रेलिया की सुंदरता, संस्कृति और अनुभवों से रूबरू कराना और उन्हें वहां की यात्रा के लिए प्रेरित करना है।
भारत में इस अभियान की जिम्मेदारी सारा तेंदुलकर को सौंपी गई है, जो ऑस्ट्रेलिया में अपने अनुभव साझा करेंगी और लोगों को यात्रा के लिए प्रेरित करेंगी। टूरिज्म ऑस्ट्रेलिया की प्रबंध निदेशक फिलिपा हैरिसन ने बताया कि इस अभियान के तहत हर देश से एक जानी-मानी शख्सियत को जोड़ा गया है, जो अपने अनुभवों के जरिए लोगों से जुड़ेंगी।
भारत के लिए जहां सारा तेंदुलकर को चुना गया है, वहीं अमेरिका में रॉबर्ट इरविन, ब्रिटेन में निगेला लॉसन, चीन में योश यू, और जापान में अबारेरु-कुन इस अभियान का चेहरा होंगे।
सारा तेंदुलकर पहले भी कई बार ऑस्ट्रेलिया की यात्रा कर चुकी हैं। वे वहां की संस्कृति, प्रकृति और लाइफस्टाइल से काफी प्रभावित हैं। उनकी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मैथ्यू हेडन की बेटी से गहरी दोस्ती है और सोशल मीडिया पर सारा अक्सर अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्राओं की तस्वीरें साझा करती रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया के मशहूर पर्यटन स्थलों में सिडनी ओपेरा हाउस, सिडनी हार्बर ब्रिज, रॉयल बॉटैनिक गार्डन जैसी जगहें शामिल हैं। ग्रेट बैरियर रीफ स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। वहीं उलुरु की चट्टानी गुफाएं, सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बेहद आकर्षक लगती हैं। मेलबर्न भी अपनी कला, संस्कृति और कैफे लाइफ के लिए जाना जाता है।
इस अभियान के जरिए ऑस्ट्रेलिया उम्मीद कर रहा है कि भारतीय पर्यटकों की संख्या में बड़ा इजाफा होगा और देश की पर्यटन आय में सकारात्मक बदलाव आएगा।