

हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून ने भारी तबाही मचाई है। प्रदेश में मानसून ने 20 जून को दस्तक दी थी और पिछले 11 दिनों में इसका भयानक रूप सामने आया है
हिमाचल में भारी तबाही
Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून ने भारी तबाही मचाई है। प्रदेश में मानसून ने 20 जून को दस्तक दी थी और पिछले 11 दिनों में इसका भयानक रूप सामने आया है। इस दौरान 62 लोगों की मौत हुई है जबकि 56 लापता हैं। आपदा में 103 लोग घायल हुए हैं जबकि 84 मवेशियों की मौत हुई है। इस सीजन में अब तक 223 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से अकेले मंडी जिले में 168 मकान ढहे हैं। प्रदेश को करीब 283 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 8 जुलाई तक मौसम खराब रहने और कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। तीन जुलाई को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में भारी बारिश के साथ अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने पांच जुलाई को ऊना, कांगड़ा और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। छह जुलाई को ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा, सिरमौर, शिमला और मंडी में ऑरेंज अलर्ट, जबकि सोलन, चंबा, कुल्लू और हमीरपुर में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश से सबसे ज्यादा तबाही मंडी जिले में देखने को मिली है। सोमवार रात को थुनाग, गोहर, करसोग, धार जरोल, पांडव शिमला समेत कई इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 34 लापता हैं। अब तक 370 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मंडी जिले में 148 मकान ढह गए हैं, 31 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, दो दुकानें और 14 पुल बह गए हैं।
वायुसेना से हवाई सहायता
थुनाग उपमंडल में सड़कों की हालत इतनी खराब है कि राहत सामग्री पहुंचाना चुनौती बन गया है। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने रक्षा मंत्रालय और भारतीय वायुसेना से हवाई सहायता मांगी। इसके बाद बुधवार को वायुसेना का हेलीकॉप्टर मंडी पहुंचा, जिसने थुनाग क्षेत्र में राशन, दवाइयां और जरूरी सामान पहुंचाया। खराब मौसम के कारण दूसरी उड़ान संभव नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र का दौरा कर प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार विशेष राहत पैकेज देगी और प्रभावित लोगों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में तीन जुलाई को बाढ़ की संभावना को देखते हुए विशेष चेतावनी जारी की गई है। संचार सेवाओं को बनाए रखने के लिए दूरसंचार विभाग ने मंडी जिले की थुनाग तहसील में 11 जुलाई तक इंट्रा सर्किल रोमिंग सुविधा शुरू कर दी है। मंडी जिले में 489, हमीरपुर में 333 और कुल्लू में 65 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हैं। राज्य में 683 पेयजल योजनाएं भी पूरी तरह ठप हो गई हैं। इनमें से अकेले मंडी जिले में 465 और हमीरपुर में 144 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।