

देश की सबसे बड़े कंप्यूटर बाजार “नेहरू प्लेस” को नया और रंगीन रूप देने की तैयारी है। दिल्ली विकास प्राधिकरण ने 17.63 करोड़ रुपये की लागत से मार्केट के सौंदर्यीकरण की योजना बनाई है। जिसमें हस्तशिल्प पेंटिंग, फुटपाथ निर्माण और वेटिंग एरिया शामिल हैं।
नेहरू प्लेस (सोर्स: इंटरनेट)
New Delhi: दिल्ली के व्यस्ततम व्यावसायिक क्षेत्रों में शामिल नेहरू प्लेस मार्केट जल्द ही एक नए रंग-रूप में नजर आएगा। दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने इस क्षेत्र को फिर से संवारने के लिए करीब 17.63 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। यह पहल न केवल सौंदर्यीकरण तक सीमित है, बल्कि यात्रियों और व्यापारियों की सुविधाओं को भी बेहतर बनाएगी।
दीवारों पर दिखेंगी दिल्ली की संस्कृति
DDA ने नेहरू प्लेस की दीवारों पर हस्तशिल्प पेंटिंग के लिए ई-निविदा जारी की है। मेट्रो स्टेशन और दीवारों पर दिल्ली की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते चित्र बनाए जाएंगे। इस काम पर 15.85 लाख रुपये खर्च होंगे और इसे 45 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
फुटपाथ और सड़कें होंगी नई
मार्केट की टूटी-फूटी सड़कों और फुटपाथों को नया रूप दिया जाएगा। इसके लिए DDA ने 1.78 लाख रुपये का बजट तय किया है। इसके अलावा नए वेटिंग एरिया भी बनाए जाएंगे। जिससे राहगीरों और ग्राहकों को बैठने की बेहतर सुविधा मिलेगी। इस काम के लिए 30 दिन का समय निर्धारित किया गया है।
इतिहास से जुड़ी पहचान
नेहरू प्लेस की स्थापना 1960 के दशक में कालकाजी कॉम्प्लेक्स के रूप में हुई थी। 1980 के दशक में इसका नाम बदलकर नेहरू प्लेस कर दिया गया और ये क्षेत्र सूचना प्रौद्योगिकी का केंद्र बन गया। यहां हजारों कंपनियों के कार्यालय हैं। यह क्षेत्र कंप्यूटर, लैपटॉप और प्रिंटर जैसे उपकरणों का थोक बाजार है।
दिल्ली की मंडियों का होगा पुनर्विकास
नेहरू प्लेस की तरह ही दिल्ली सरकार ने राजधानी की मंडियों को आधुनिक और साफ-सुथरा बनाने की योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में शनिवार को आयोजित बैठक में साफ-सफाई, सीवर, सड़क, पेयजल और सुरक्षा व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए गए।
मंडियों में मिलेगी आधुनिक सुविधा
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आधुनिक वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, सीसीटीवी निगरानी, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मंडियों में व्यापारी, किसान और ग्राहक तीनों को ध्यान में रखकर काम किया जाएगा।
लावारिस पशु और जलभराव पर लगेगा अंकुश
आजादपुर मंडी में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को जगह-जगह कूड़ा, लावारिस पशु और जलभराव की शिकायतें मिलीं। इसके समाधान के लिए MCD, PWD और जल बोर्ड को संयुक्त रूप से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।