भीलवाड़ा में छठ महोत्सव का आगाज़, पूर्वांचल संस्कृति के रंग में रंगा पूरा शहर

भीलवाड़ा में पूर्वांचल जनचेतना सेवा समिति द्वारा चार दिवसीय छठ महापर्व का भव्य आयोजन 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक किया जा रहा है। नहाय-खाय से शुरू होने वाला पर्व उगते सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न होगा। यहां जानें पूरे कार्यक्रम की जानकारी

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 25 October 2025, 4:41 PM IST
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Bhilwara: लोक आस्था, श्रद्धा और सूर्योपासना का चार दिवसीय छठ महापर्व आज नहाय-खाय के साथ आरंभ हो गया है। स्वच्छता, संयम और श्रद्धा का यह पर्व 25 से 28 अक्टूबर तक पूर्वांचल जनचेतना सेवा समिति के तत्वावधान में भक्ति और उल्लास के वातावरण में मनाया जाएगा।
समिति द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया गया कि पहले दिन 25 अक्टूबर को नहाय-खाय, दूसरे दिन 26 अक्टूबर को खरना, तीसरे दिन 27 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य और अंतिम दिन 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर यह महापर्व संपन्न होगा। खरना के बाद से व्रती पुरुष एवं महिलाएं लगभग 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखकर माता छठ की आराधना करते हैं।

मानसरोवर झील एवं वाटर वर्क्स परिसर में होंगे मुख्य आयोजन

पूर्वांचल जनचेतना सेवा समिति भीलवाड़ा द्वारा इस वर्ष भी छठ पर्व का आयोजन मानसरोवर झील एवं पांसल चौराहे स्थित वाटर वर्क्स परिसर में भव्य रूप से किया जाएगा। समिति के अनुसार दोनों स्थलों पर लगभग 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। पूजा स्थल पर सुरक्षा, स्वच्छता, प्रकाश और श्रद्धालुओं की सुविधा के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं।

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सांस्कृतिक संध्या में ख्यात कलाकारों की प्रस्तुति

छठ पर्व के दौरान मानसरोवर झील परिसर में एक आकर्षक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें देशभर के प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। साथ ही वृंदावन और मथुरा से आए कलाकारों द्वारा झांकियां भी प्रस्तुत की जाएंगी, जो कार्यक्रम की भव्यता में चार चांद लगाएंगी।

सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान

समिति के मीडिया प्रभारी विक्रम झा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा, स्वच्छता और प्रकाश व्यवस्था के सख्त प्रबंध किए गए हैं। प्रशासन और समिति के सदस्य लगातार स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं।

भीलवाड़ा की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है यह पर्व

समिति संरक्षक श्री निम्बार्क आश्रम के महंत श्री मोहन शरण शास्त्री जी महाराज ने बताया कि विगत कई वर्षों से पूर्वांचल जनचेतना सेवा समिति द्वारा आयोजित यह पर्व अब भीलवाड़ा की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। उन्होंने कहा कि समिति का उद्देश्य व्रतधारी महिलाओं और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए हर वर्ष बेहतर व्यवस्थाएँ की जाती हैं।

वही समिति अध्यक्ष अरुण राय ने शहरवासियों से अपील की है कि सभी श्रद्धालु अनुशासन, स्वच्छता और एकता के साथ इस पावन पर्व में सम्मिलित होकर आस्था की इस परंपरा को आगे बढ़ाएँ।

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कार्यक्रम में कौन-कौन थे मौजूद

इस अवसर पर समिति के संरक्षक विजयानंद झा, अशोक सिंह, सचिव ओमप्रकाश सिंह, कोषाध्यक्ष कृष्णा महतो, दिनेश सरनी, रोशन सिंह और सुरेश चंद्रवंशी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

Location : 
  • Bhilwara

Published : 
  • 25 October 2025, 4:41 PM IST