

बिहार में कांग्रेस और आरजेडी की वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अब “हाइड्रोजन बम” का खुलासा होगा, जिससे मोदी जी अपना चेहरा देश को नहीं दिखा पाएंगे।
पटना में राहुल गांधी का बड़ा ऐलान
Patna: बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की अगुवाई में निकाली गई वोटर अधिकार यात्रा का आज पटना में भव्य समापन हुआ। यात्रा के अंतिम दिन राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला और चुनावी प्रक्रिया में धांधली का आरोप दोहराते हुए इसे "वोट चोरी" की संगठित साजिश बताया। उन्होंने मंच से एलान किया कि "महादेवपुरा में हमने एटम बम गिराया था, अब हाइड्रोजन बम आने वाला है", जिससे देश को असली सच पता चलेगा।
यह यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी और 25 से अधिक जिलों से गुजरते हुए करीब 1300 किलोमीटर का सफर तय कर पटना में समाप्त हुई। इसका मुख्य उद्देश्य था SIR (Voter List Revision) और वोट चोरी के खिलाफ जनजागरण। इस यात्रा में कांग्रेस, आरजेडी के साथ-साथ विपक्ष के अन्य दलों के नेता भी शामिल हुए। जगह-जगह रैलियों और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से नेताओं ने जनता को संबोधित किया और युवाओं को लोकतंत्र की रक्षा के लिए जागरूक किया।
पटना में राहुल गांधी का बड़ा ऐलान
पटना में आयोजित समापन रैली में राहुल गांधी ने सीधे-सीधे बीजेपी और चुनाव आयोग पर संगठित वोट चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ यात्रा नहीं थी, यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई थी। महाराष्ट्र में हमारे साथ चुनाव चोरी हुआ। लोकसभा चुनाव में जितने वोट हमें मिले थे, उतने ही वोट विधानसभा में भी मिले, लेकिन सभी नए वोट बीजेपी के खाते में चले गए। राहुल ने दावा किया कि महादेवपुरा जैसे इलाकों में 1 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर पाए गए हैं, लेकिन चुनाव आयोग न तो वोटर लिस्ट दे रहा है और न ही उस क्षेत्र की वीडियोग्राफी की अनुमति।
राहुल गांधी ने "वोट चोरी" के मायने को विस्तार से समझाते हुए कहा...
• वोट चोरी मतलब अधिकार की चोरी
• वोट चोरी मतलब आरक्षण की चोरी
• वोट चोरी मतलब रोजगार की चोरी
• वोट चोरी मतलब शिक्षा की चोरी
• वोट चोरी मतलब लोकतंत्र की हत्या
उन्होंने कहा कि ये केवल वोट नहीं चुरा रहे, बल्कि युवाओं का भविष्य, गरीबों की जमीन, और जनकल्याण योजनाओं के हक भी छीन रहे हैं। उन्होंने सीधे तौर पर उद्योगपतियों का नाम लेते हुए कहा, “सबकुछ अडानी-अंबानी को दे देंगे।”
राहुल गांधी ने अपने भाषण में ऐतिहासिक संदर्भ भी जोड़े। उन्होंने कहा कि जिन शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या की, वही आज संविधान की हत्या कर रही हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने यात्रा के दौरान युवाओं के उत्साह की सराहना की और कहा कि इस लड़ाई में बिहार का युवा सबसे आगे खड़ा है।
राहुल गांधी का यह बयान आज की रैली का सबसे बड़ा राजनीतिक संदेश बन गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले सुन लें, आपने एटम बम का नाम सुना है, उससे भी बड़ा होता है हाइड्रोजन बम। महादेवपुरा में हमने एटम बम गिराया था, अब हाइड्रोजन बम आने वाला है। सच्चाई सामने आएगी और मोदी जी देश को चेहरा नहीं दिखा पाएंगे। राहुल ने संकेत दिया कि आने वाले समय में उनके पास ऐसे सबूत और खुलासे हैं जो बीजेपी की "वोट चोरी" की साजिश को उजागर करेंगे।
इस यात्रा में तेजस्वी यादव की अहम भूमिका रही। उन्होंने राहुल गांधी के साथ मिलकर बिहार में विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश की। रैली में उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए एकजुट हैं। बिहार की जनता जान चुकी है कि बीजेपी की साजिश क्या है। तेजस्वी और राहुल की इस संयुक्त यात्रा को 2025 के विधानसभा चुनाव और 2029 के आम चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।