

बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस ने भाजपा के प्रवक्ता पिंटू महादेव द्वारा सांसद राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी के मामले में शास्त्री नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। कांग्रेस ने इसे गंभीर अपराध और हत्या के लिए उकसाने वाला मामला बताया है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी
Patna: बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी देने के मामले में शास्त्री नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह धमकी भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता पिंटू महादेव ने केरल के एक न्यूज चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान दी थी। यूथ कांग्रेस के लीगल सेल अध्यक्ष नंद कुमार सागर ने बताया कि पिंटू महादेव ने राहुल गांधी की छाती में गोली मारने की बात कही, जिसे गंभीर आपराधिक धमकी और हत्या के लिए उकसाने वाला कृत्य माना गया है।
यह घटना 27 सितंबर 2025 को केरल के एक प्रमुख न्यूज चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान हुई। भाजपा प्रवक्ता पिंटू महादेव ने डिबेट के दौरान राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का प्रयोग किया। इस बात को बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस ने गंभीरता से लिया और तुरंत शास्त्री नगर थाने में मामला दर्ज कराया।
राहुल गांधी
बिहार प्रदेश यूथ कांग्रेस के लीगल सेल अध्यक्ष नंद कुमार सागर ने कहा कि यदि इस मामले में तुरंत उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो यह माना जाएगा कि इस तरह की धमकियों को शीर्ष सरकारी पदों की मौन स्वीकृति प्राप्त है। उन्होंने सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की। नंद कुमार सागर ने स्पष्ट किया कि इस तरह की धमकियां लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था के लिए खतरा हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि यह धमकी किसी भी आम व्यक्ति की नहीं बल्कि शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर दी गई है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह एक सोची-समझी साजिश लगती है, जिससे विपक्षी दलों को डराने-धमकाने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया और इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया।
इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। विपक्षी दलों ने इस धमकी की कड़ी निंदा की है और सरकार से इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है। जनता के बीच भी इस प्रकार की हिंसात्मक धमकियों को लेकर चिंता व्याप्त है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा मानी जा रही हैं।