

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहुंच चुके हैं। इस मौके पर नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में एक विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारी किया जाएगा।
पीएम मोदी ने जारी किया स्मारक डाक टिकट
New Delhi: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शताब्दी समारोह की शुरुआत आज दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुई। इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ के योगदान को समर्पित एक स्मारक डाक टिकट और 100 रुपये का विशेष सिक्का जारी किया।
इस कार्यक्रम में संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबाले ने अपने उद्बोधन में कहा कि, "संघ की 100 साल की यात्रा न केवल प्रेरक है, बल्कि समाज को जोड़ने वाली है। स्वयंसेवक देशभर में निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। हमें किसी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं। संघ का कार्य 'राष्ट्र के लिए सबकुछ, मेरे लिए कुछ नहीं' की भावना पर आधारित है।"
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1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भव्य शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में आरएसएस को समर्पित स्मारक डाक टिकट और 100 रुपये का विशेष सिक्का… pic.twitter.com/VjrDf0LJtz
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 1, 2025
आरएसएस 2 अक्टूबर 2025 से 20 अक्टूबर 2026 तक देशभर में सात प्रमुख आयोजन करेगा। इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत अमेरिका और यूरोप के कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकते हैं, जिससे संगठन का वैश्विक प्रभाव भी प्रदर्शित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 28 सितंबर को 'मन की बात' कार्यक्रम में आरएसएस की प्रशंसा करते हुए इसे "अद्भुत, अभूतपूर्व और प्रेरक यात्रा" बताया था। उन्होंने कहा था कि "जब संघ की स्थापना हुई थी, तब भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। ऐसे समय में डॉ. हेडगेवार ने आत्मगौरव और राष्ट्रप्रेम की भावना को जगाया।" इसके अलावा, पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे लेकर एक पोस्ट जारी किया था। जिसमें उन्होंने लिखा, विजयादशमी के पावन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के गौरवशाली 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। देशभर में इसके लाखों स्वयंसेवक पिछली एक सदी से ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ मां भारती की सेवा में समर्पित रहे हैं।
विजयादशमी के पावन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के गौरवशाली 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। देशभर में इसके लाखों स्वयंसेवक पिछली एक सदी से ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ मां भारती की सेवा में समर्पित रहे हैं। कल 1 अक्टूबर को सुबह करीब 10.30 बजे नई दिल्ली में आरएसएस…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 30, 2025
आरएसएस का प्रमुख विजयादशमी कार्यक्रम 2 अक्टूबर को नागपुर में होगा, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि होंगे। यह आयोजन संघ के लिए ऐतिहासिक होगा, क्योंकि रामनाथ कोविंद दूसरे पूर्व राष्ट्रपति हैं जो किसी आरएसएस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनेंगे। इससे पहले, 2018 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नागपुर में संघ के एक प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में शामिल हुए थे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भी संघ के प्रचारक रह चुके हैं। उन्होंने भाजपा में शामिल होने से पहले संघ के संगठनात्मक कार्यों में गहरी भूमिका निभाई थी। भाजपा का वैचारिक आधार RSS से जुड़ा हुआ है और मोदी समय-समय पर संघ के मूल्यों और कार्यप्रणाली की सराहना करते रहे हैं।