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सर्दियों में हल्दी, गुड़ और काली मिर्च भारतीय रसोई के खास साथी बन जाते हैं। ये स्वाद के साथ शरीर को गर्माहट और संतुलन देते हैं। जानिए ठंड के मौसम में इनका असर और आसान इस्तेमाल।


सर्दियों का मौसम आते ही खानपान की आदतें अपने आप बदलने लगती हैं। ठंड में शरीर हल्के खाने की जगह ऐसे फूड्स चाहता है जो अंदर से गर्माहट दें, देर तक ऊर्जा बनाए रखें और आराम का एहसास कराएं। इसी वजह से भारतीय रसोई में मौजूद कुछ पारंपरिक चीजें इस मौसम में खास बन जाती हैं।



हल्दी, गुड़ और काली मिर्च क्यों बन जाते हैं किचन के सुपरहीरो



ठंड के मौसम में शरीर ज्यादा ऊर्जा खर्च करता है। इसी कारण भूख बढ़ जाती है और खाने में भारी, गरम और संतोष देने वाली चीजों की चाह होती है। गर्म ड्रिंक्स, देसी मिठाइयां और मसालेदार भोजन इस मौसम में ज्यादा पसंद किए जाते हैं।



हल्दी को आयुर्वेद में लंबे समय से उपयोग किया जाता रहा है। सर्दियों में हल्दी शरीर को धीरे-धीरे गर्म करती है। यह ऐसी गर्माहट देती है जो खाने के बाद भी बनी रहती है। हल्दी का स्वाद भले ही हल्का हो, लेकिन इसका असर गहरा होता है। सर्दियों के भारी भोजन के बाद हल्दी खाने को हल्का महसूस कराने में मदद करती है और शरीर को स्थिरता देती है।



काली मिर्च सर्दियों में तुरंत असर दिखाने वाला मसाला मानी जाती है। यह शरीर में तेज गर्मी पैदा करती है, जिसे सूप, काढ़े या गर्म दूध में तुरंत महसूस किया जा सकता है। काली मिर्च पेट को सक्रिय करती है और ठंड के कारण सुस्त पाचन को फिर से गति देती है। यही वजह है कि सर्दियों में चाय, सूप और कई देसी ड्रिंक्स में काली मिर्च का इस्तेमाल बढ़ जाता है।



गुड़ सर्दियों की रसोई का सबसे भरोसेमंद साथी माना जाता है। यह न सिर्फ मिठास देता है, बल्कि शरीर को अंदर से गर्म रखने में भी मदद करता है। गुड़ की गर्माहट तीखी नहीं होती, बल्कि आराम देने वाली होती है। यही कारण है कि सर्दियों में मिठाई के रूप में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल ज्यादा पसंद किया जाता है।



सर्दियों में खाना आमतौर पर ज्यादा भारी और भरपूर होता है। ऐसे में पाचन तंत्र को अतिरिक्त सहारे की जरूरत पड़ती है। हल्दी अपने गुणों के कारण खाने को संतुलित महसूस कराती है। काली मिर्च पाचन प्रक्रिया को सक्रिय करती है और पेट की सुस्ती को दूर करने में मदद करती है। वहीं गुड़ स्वाद को संतुलित करता है और अक्सर भोजन के बाद लिया जाता है, ताकि खाना शरीर पर भारी न पड़े।



सर्दियों में जुकाम, खांसी और गले की खराश आम समस्या होती है। रोजमर्रा के खाने में हल्दी का इस्तेमाल शरीर के इम्यून बैलेंस को सपोर्ट करता है। काली मिर्च हल्दी के असर को और बढ़ा देती है। वहीं गुड़ में मौजूद प्राकृतिक तत्व ठंड के मौसम में शरीर को कमजोर महसूस होने से बचाने में मदद करते हैं। यही कारण है कि सर्दियों में हल्दी वाला दूध, काली मिर्च की चाय और गुड़ से बनी चीजें ज्यादा पसंद की जाती हैं।
