

रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला इस वर्ष भी श्रद्धा, आस्था और संस्कृति के संगम का प्रतीक बनी हुई है। गुरुवार की देर रात भवानीगंज स्थित आदर्श रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित लीला में स्थानीय कलाकारों ने मंच पर अद्भुत प्रस्तुति दी।
रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला
Ramnagar: रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला इस वर्ष भी श्रद्धा, आस्था और संस्कृति के संगम का प्रतीक बनी हुई है। गुरुवार की देर रात भवानीगंज स्थित आदर्श रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित लीला में स्थानीय कलाकारों ने मंच पर अद्भुत प्रस्तुति दी। मंचन की मुख्य झलक रही – सीता स्वयंवर, रावण-बाणासुर संवाद, तथा परशुराम-लक्ष्मण संवाद।
मंच पर कलाकारों ने न केवल अपने जीवंत अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि अपनी संस्कृति को सहेजने और अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का भी स्पष्ट संदेश दिया। रामायण के इन प्रसंगों को प्रस्तुत करते हुए कलाकारों ने भाव-भंगिमा, संवाद अदायगी और वेशभूषा के माध्यम से दर्शकों को पौराणिक काल का अनुभव कराया।
नशे में डूबा भाईचारा! छोटे भाई ने किया बड़े भाई पर जानलेवा हमला; नैनीताल में रिश्ता शर्मसार
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कलाकारों के अभिनय की सराहना करते हुए कहा कि भगवान राम के आदर्श आज भी समाज को दिशा देने वाले हैं। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे श्रीराम के जीवन मूल्यों को अपने जीवन में उतारें और रामलीला जैसी सांस्कृतिक धरोहरों को जीवंत बनाए रखने में सहयोग करें। साथ ही, विधायक ने समिति को हरसंभव सहयोग का भरोसा भी दिया।
#Uttarakhand: रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला में आज सीता स्वयंवर की अद्भुत लीला का भव्य मंचन हुआ। कलाकारों की भावपूर्ण प्रस्तुति ने जनमानस को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय विधायक जी द्वारा किया गया। जय श्री राम! #RamLeela #RamNagar #CulturalHeritage pic.twitter.com/554Xn4679l
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 5, 2025
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष मदन जोशी ने भी सभी नागरिकों से धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में रामलीला जैसी परंपराएं हमारी संस्कृति की रीढ़ हैं, और इनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।
रामलीला देखने के लिए स्थानीय जनता देर रात तक मंच के सामने डटी रही। परिवारों के साथ आए बच्चों में भी रामायण प्रसंगों को देखने की उत्सुकता साफ दिखी। समिति की ओर से मंचन व्यवस्था, प्रकाश और ध्वनि संयोजन की भी सराहना हुई।