

बारामूला में आतंकवादियों ने एलओसी पर घुसपैठ करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें चुनौती दी। जिसके बाद गोलीबारी में दो आतंकी मारे गए। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बारामूला में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना ने बड़ी सफलता हासिल की है। सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकवादियों को मार गिराया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह घटना 23 अप्रैल की है, जब आतंकवादियों ने बारामूला के सरजीवन सामान्य क्षेत्र के माध्यम से एलओसी पार करने की कोशिश की।
घुसपैठ की कोशिश को किया नाकाम
भारतीय सेना के अनुसार, 23 अप्रैल को दो से तीन आतंकवादियों ने बारामूला के सरजीवन सामान्य क्षेत्र के पास घुसपैठ करने की कोशिश की। नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सेना के सतर्क टीपीएस (टीटीपी) ने आतंकवादियों को चुनौती दी और उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बाद सेना ने आतंकवादियों पर गोलीबारी शुरू की, जिसे आतंकवादियों ने भी जवाब दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच चली भीषण मुठभेड़ में सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। मारे गए आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध संबंधित अन्य सामान बरामद किया गया है। यह सामग्री इस बात का संकेत देती है कि आतंकवादियों का इरादा एक बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने का था।
सर्च ऑपरेशन जारी
हालांकि, यह ऑपरेशन अभी भी जारी है और सेना की कार्रवाई में किसी अन्य आतंकवादी के छिपे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया है और तलाश अभियान जारी रखा है। भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के प्रयासों से इलाके में आतंकवादियों की घुसपैठ को लगातार विफल किया जा रहा है, जिससे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में सुधार हो रहा है।
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला दिया है। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट टीआरएफ ने ली है। यह संगठन जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है और पहले भी कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। यह हमला फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में होने वाला सबसे बड़ा आतंकवादी हमला है। टीआरएफ का लक्ष्य राज्य में तनाव फैलाना और सुरक्षा बलों को कमजोर करना है।