

भारत के कई हिस्सों में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। उत्तर भारत के राज्यों में जहां मौसम सुहावना हो गया है, वहीं भारी बारिश के कारण भूस्खलन, जलभराव और यातायात बाधित होने जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं। मौसम विभाग ने कई राज्यों में रेड और यलो अलर्ट जारी किया है। दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल, हरियाणा और तेलंगाना सहित अन्य राज्यों में भी आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज बदला हुआ रहेगा।
बारिश बनी आफत (Img: Google)
New Delhi: उत्तर भारत में मानसून अब अपने चरम पर है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले सात दिनों तक रेड अलर्ट जारी किया है। इन पहाड़ी इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
दिल्ली-NCR में भी मानसून सक्रिय
दिल्ली-NCR में भी मानसून सक्रिय है। 9 अगस्त रक्षाबंधन के मौके पर झमाझम बारिश ने लोगों को उमस से राहत दी, लेकिन अब तेज धूप और उमस ने फिर परेशान किया है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में फिर से बारिश हो सकती है। कल सुबह का तापमान 31°C दर्ज किया गया, जो महसूस होने में 34°C तक जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश जारी
उत्तर प्रदेश में फिलहाल कुछ इलाकों में हल्की बारिश जारी है, लेकिन 13-15 अगस्त के बीच पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। खासकर वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़ और मेरठ जैसे जिलों में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।
बारिश के चलते पहाड़ी रास्ते खतरनाक
उत्तराखंड में तेज बारिश के चलते पहाड़ी रास्ते खतरनाक हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश में भी स्थिति गंभीर है। शनिवार रात किन्नौर और शिमला में मूसलाधार बारिश और चट्टानों के गिरने से जानमाल का नुकसान हुआ है। किन्नौर कैलाश यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि कुछ क्षेत्रों में कृत्रिम झीलें बनने से खतरा और बढ़ गया है।
हरियाणा में भी मानसून का असर
हरियाणा में भी मानसून का असर देखने को मिल रहा है। आज 11 अगस्त को पंचकूला, अंबाला, महेंद्रगढ़, नूंह और पलवल सहित 8 जिलों में यलो अलर्ट जारी है। राज्य में इस बार सामान्य से 16% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिसमें यमुनानगर में सबसे अधिक और कैथल में सबसे कम बारिश हुई है।
दक्षिण भारत के तेलंगाना राज्य में भी मौसम विभाग ने 17 अगस्त तक अलर्ट जारी किया है। हैदराबाद सहित कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
वहीं जम्मू-कश्मीर की वैष्णो देवी यात्रा पर भी बारिश का असर पड़ा है। त्रिकुटा पर्वत पर लगातार पांच घंटे मूसलाधार बारिश हुई, जिससे यात्रा मार्ग पर फिसलन बढ़ गई और हेलिकॉप्टर सेवाएं बाधित हुईं।