

दिल्ली- एनसीआर की हवा दिवाली के जश्न में हुई आतिशबाजी के बाद दमघोंटू हो गई है। कई इलाकों में एयर क्वालिटी बहुत खराब हो गया है जिससे लोगों को सांस लेने में भी कठिनाई हो रही है। इसको देखते हुए ग्रैप टू लागू किया गया है।
दिल्ली की हवा में घुला जहर
New Delhi: दिवाली को हुई जमकर आतिशबाजी के बाद दिल्ली एनसीआर की हवा दम घोटने की स्थिति में पहुंच गई जिससे लोगों को सांस लेना और आंखों से जुड़ी बीमारियों का रिस्क बढ़ गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिवाली के बाद दिल्ली की हवा में प्रदूषण के छोटे-छोटे कण (PM2.5) का लेवल पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा बढ़ गया है।
आतिशबाजी के कारण मंगलवार सुबह दिल्ली-NCR की हवा जहरीली हो गई। CPCB के मुताबिक, द्वारका में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 417 पहुंच गया। अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423 और आनंद विहार में 404 AQI रहा।
वहीं बवाना में एक्यूआई 418, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 404 और वजीरपुर में 408 रिकॉर्ड किया गया।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को दिल्ली-NCR में 18 से 21 अक्टूबर तक ग्रीन पटाखे बेचने और फोड़ने की इजाजत दी थी। कोर्ट ने कहा था कि 4 दिनों के दौरान, लोग सुबह 6 बजे से 7 बजे तक और रात में 8 बजे से 10 बजे तक, यानी कुल तीन घंटे ही ग्रीन पटाखे फोड़ सकेंगे।
यूपी में गाजियाबाद की हवा सबसे खराब
सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (324), नोएडा (320) और हापुड़ (314) शामिल हैं।
हालांकि, दिल्ली-NCR में दीवाली पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ीं। लोगों ने सुबह से लेकर देर रात तक पटाखे फोड़े। इससे मंगलवार सुबह दिल्ली में घनी धुंध छा गई। रात में भारी मात्रा में पटाखे फोड़े जाने के बाद एयर क्वालिटी रेड जोन में चली गई।
GRAP-2 के तहत 12 सूत्रीय एक्शन प्लान पूरे दिल्ली-एनसीआर में तुरंत लागू कर दिया गया है. ये योजना पहले से चल रहे GRAP-I के सभी उपायों के अलावा है। इस कार्य योजना में एनसीआर के सभी प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और अन्य एजेंसियों को कई ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. इन कदमों में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए किए जाने वाले विशेष उपाय शामिल हैं।
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प्रदूषण का सीधा असर आंखों और त्वचा पर भी दिखता है। आंखों में जलन, पानी आना और एलर्जी जैसी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। वहीं त्वचा पर एलर्जी, खुजली और रैशेज आम हो जाते हैं. लगातार जहरीली हवा के संपर्क में रहने से स्किन एजिंग भी तेजी से होती है।
मास्क का इस्तेमाल
दिल्ली की इस जहरीली हवा में बाहर जाने से पहले N95 या फिर N99 मास्क का इस्तेमाल करें। यह मास्क हवा में मौजूद कणों को शरीर में जानें से रोकते हैं। कपड़े या नॉर्मल मास्क प्रदूषण से बचाने में मददगार नहीं होते हैं। अगर आपके N95 या फिर N99 मास्क नहीं है तो आप कपड़े का मास्क यूज कर सकते हैं।
सुबह-शाम ना करें वॉक
सुबह और देर शाम को प्रदूषण काफी बढ़ जाता है। ऐसे में इस दौरान खुली हवा में वॉक ना करें एक्सरसाइज ना करें। इस दौरान सांस लेने से प्रदूषित कण सीधे फेफड़ों में पहुंच सकते हैं। जो कि अस्थमा या ब्रोंकाइटस जैसी समस्या को जन्म दे सकता है।
एयर प्यूरीफायर प्लांट का करें इस्तेमाल
घर की हवा को साफ और स्वस्छ रखने के लिए प्लांट का इस्तेमाल कर सकते हैं। घर के अंदर एलोवेरा, मनी प्लांट और स्नेक प्लांट रख सकते हैं। ये प्लांट एयर प्यूरीफाइंग हैं. प्रदूषण के दौरान खिड़कियों को खुला रखने से बचें और घर की सफाई करें।