

दिल्ली-एनसीआर में हुई झमाझम बारिश ने जहां मौसम सुहाना किया, वहीं लोगों की जिंदगी मुश्किलों में डाल दी। गुरुग्राम और दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव और लंबा ट्रैफिक जाम देखने को मिला। ऑफिस और स्कूल जाने वाले लोग घंटों फंसे रहे।
बारिश के चलते लगा ट्रैफिक जाम
Gurugram/New Delhi: दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह हुई झमाझम बारिश ने जहां मौसम को सुहाना बना दिया, वहीं आम लोगों की जिंदगी को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। सुबह ऑफिस और स्कूल जाने का वक्त हो और तभी सड़कों पर पानी भर जाए, तो हर किसी की परेशानी बढ़ना तय है। यही हाल सोमवार को गुरुग्राम से लेकर साउथ दिल्ली तक देखने को मिला, जब लोग जलभराव और ट्रैफिक जाम के कारण घंटों तक फंसे रहे।
गुरुग्राम की प्रमुख सड़कों जैसे सोहना रोड, गोल्फ कोर्स रोड, सिकंदरपुर, डीएलएफ फेज-3 और सेक्टर 29 में बारिश का पानी इस कदर भर गया कि गाड़ियां रेंगती रहीं। कई इलाकों में तो गाड़ियां बंद पड़ गईं और लोग कीचड़ व पानी में धंसी गाड़ियों को धक्का लगाते नजर आए। दिल्ली में भी आईटीओ, मथुरा रोड, लाजपत नगर, द्वारका और पालम जैसे प्रमुख इलाकों में लंबा जाम लगा रहा।
बारिश के बाद लोग ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर जमकर भड़ास निकालते नजर आए। ट्विटर पर #GurugramRains और #DelhiTraffic जैसे हैशटैग टॉप ट्रेंड में रहे। एक यूजर ने लिखा, “गुरुग्राम को स्मार्ट सिटी कहने से पहले ये समझना जरूरी है कि हर बारिश में यह शहर स्विमिंग पूल क्यों बन जाता है?” कुछ ने प्रशासन को टैग करते हुए पूछा कि जब हर साल करोड़ों रुपए ड्रेनेज और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होते हैं, तो पहली बारिश में ही शहर की हालत क्यों बिगड़ जाती है?
बारिश के चलते लगा ट्रैफिक जाम
गुरुग्राम और दिल्ली के कई नागरिकों ने नगर निगम और पीडब्ल्यूडी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि हर साल मानसून से पहले दावे किए जाते हैं कि नालियों की सफाई हो चुकी है और ड्रेनेज सिस्टम बेहतर किया गया है, लेकिन हकीकत हर साल की तरह इस बार भी सामने आ गई। कई इलाकों में तो पानी घरों और दुकानों में घुस गया, जिससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले 24 घंटों में और बारिश की संभावना जताई है और लोगों को सलाह दी है कि वे जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें। साथ ही ट्रैफिक और मौसम अपडेट जरूर चेक करें।
लोगों का कहना है कि अब जरूरत है सिर्फ अस्थायी उपायों की नहीं, बल्कि स्थायी समाधान की। जब-जब बारिश होती है, दिल्ली-एनसीआर का ट्रैफिक ठप हो जाता है और लोगों की आम दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित होती है। सोशल मीडिया पर लगातार यह मांग उठ रही है कि अब वक्त आ गया है कि सरकार और नगर निगम मिलकर जलभराव की इस समस्या का स्थायी हल खोजें।