

भारतीय सेना को लेकर दिए गए कथित बयान के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को फटकार लगाई है। अदालत ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि “अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो ऐसी बातें नहीं कहेंगे।” कोर्ट ने यह भी पूछा कि राहुल गांधी को कैसे पता चला कि चीन ने 2000 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि पर कब्जा कर लिया है?
सुप्रीम कोर्ट की राहुल गांधी को फटकार (सोर्स इंटरनेेट)
New Delhi: भारतीय सेना को लेकर दिए गए कथित बयान के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को फटकार लगाई है। अदालत ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि “अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो ऐसी बातें नहीं कहेंगे।” कोर्ट ने यह भी पूछा कि राहुल गांधी को कैसे पता चला कि चीन ने 2000 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि पर कब्जा कर लिया है?
सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को सलाह दी कि वह सोशल मीडिया के बजाय संसद में अपनी बात रखें। अदालत ने कहा, “आप विपक्ष के नेता हैं, संसद आपकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। ऐसे गंभीर मुद्दे वहां उठाएं, सोशल मीडिया के जरिए नहीं।” यह टिप्पणी उस याचिका पर सुनवाई के दौरान आई, जो राहुल गांधी ने एक समन आदेश को चुनौती देने के लिए दायर की थी।
न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता उदय शंकर श्रीवास्तव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। राहुल गांधी की ओर से कहा गया कि उनके खिलाफ दर्ज शिकायत दुर्भावना से प्रेरित है और उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
हालांकि कोर्ट ने राहुल गांधी को आंशिक राहत भी दी है। सुप्रीम कोर्ट ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सेना पर कथित टिप्पणी के मामले में जिले की अदालत में चल रही कार्यवाही पर फिलहाल रोक लगा दी है। इससे पहले, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 29 मई को राहुल गांधी की इसी याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
शिकायतकर्ता उदय शंकर श्रीवास्तव ने दिसंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने चीन के साथ सीमा तनाव के संदर्भ में भारतीय सेना को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां कीं। शिकायतकर्ता के अनुसार, यह बयान देश की सेना और उसकी प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने वाला था।
अब सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई तक कार्यवाही पर रोक लगाते हुए दोनों पक्षों से जवाब मांगा है। यह मामला आने वाले दिनों में राजनीतिक रूप से और भी गरमाया हुआ नजर आ सकता है।
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