

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में MBBS छात्रा से हुए गैंगरेप मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। इस संवेदनशील केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है। घटना में शामिल दो आरोपियों एसके रियाजुद्दीन और एसके सफीक ने स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल कर सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई है।
सामूहिक दुष्कर्म (फोटो सोर्स गूगल)
New Delhi: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में MBBS छात्रा से हुए गैंगरेप मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। इस संवेदनशील केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है। घटना में शामिल दो आरोपियों एसके रियाजुद्दीन और एसके सफीक ने स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल कर सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई है। दोनों ने अदालत से अनुरोध किया है कि उन्हें अपना गुनाह कबूलने की अनुमति दी जाए।
रविवार को दोनों आरोपियों ने अदालत में याचिका दाखिल की और कहा कि वे इस केस में अपनी भूमिका को स्पष्ट करना चाहते हैं। उनका कहना है कि वे पूरी घटना के बारे में सच बताने और जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। इसके पीछे उनका मकसद अपने किए पर पछतावा और न्याय प्रक्रिया में सहयोग बताया जा रहा है।
मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि अगर अदालत इन दोनों की याचिका स्वीकार कर लेती है, तो उन्हें सरकारी गवाह माना जा सकता है। इससे कोर्ट में चल रही सुनवाई और जांच को मजबूती मिल सकती है। पुलिस ने बताया कि घटना में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर ट्रायल जारी है।
यह दिल दहला देने वाली घटना 10 अक्टूबर की रात की है। पीड़िता दुर्गापुर के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली MBBS छात्रा है। उस रात वह अपने दोस्त वसीफ अली के साथ बाहर गई थी। उसी दौरान तीन लोगों ने उसे अगवा कर लिया और एक सुनसान इलाके में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
घटना के बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इनमें से दो आरोपी अब सरकारी गवाह बनने को तैयार हैं। वहीं, छात्रा का दोस्त वसीफ अली भी पुलिस की हिरासत में है और जांच की जा रही है कि उसकी भूमिका क्या थी।
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इस मामले की अगली सुनवाई 21 अक्टूबर को होनी है। अदालत यह तय करेगी कि क्या दोनों आरोपियों की याचिका स्वीकार की जाए या नहीं। अगर मंजूरी मिलती है, तो ये दोनों आरोपी सरकारी गवाह बनकर अदालत में बयान देंगे, जो मामले की सच्चाई सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।