

चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद गरीब लोगों को चावल, दूध, चीनी, घी, वस्त्र या सामर्थ्य के अनुसार धन का दान करना उत्तम होता है। यह दान चंद्र ग्रहण के मोक्ष काल (ढलता हुआ चंद्र ग्रहण) में किया जाता है। इस चंद्र ग्रहण का मोक्ष काल रात 2 बजकर 24 मिनट पर होगा।
चंद्र ग्रहण
New Delhi: रात करीब 9:58 बजे चंद्रग्रहण शुरू हो गया है और 8 सितंबर की देर रात 1:26 बजे समाप्त हो जाएगा। अगर मौसम साफ रहा, तो 82 मिनट की यह अद्भुत घटना देश के अधिकांश हिस्सों से देखी जा सकेगी। यह चंद्रग्रहण भारत के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा, इसलिए इसके प्रति लोगों का उत्साह भी बरकरार है।
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद गरीब लोगों को चावल, दूध, चीनी, घी, वस्त्र या सामर्थ्य के अनुसार धन का दान करना उत्तम होता है। यह दान चंद्र ग्रहण के मोक्ष काल (ढलता हुआ चंद्र ग्रहण) में किया जाता है। इस चंद्र ग्रहण का मोक्ष काल रात 2 बजकर 24 मिनट पर होगा।
नासा के अनुसार, 2026 में दो चंद्र ग्रहण होंगे। पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को होगा और यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण की अवधि 3 घंटे 27 मिनट होगी और यह एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत और अमेरिका में दिखाई देगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अगला ब्लड मून 177 दिनों बाद दिखाई देगा, जो उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में यह खगोलीय घटना 2 या 3 मार्च 2026 को आसमान में दिखाई देगी, जिससे इस मनमोहक चंद्र नजारे को देखने का एक और मौका मिलेगा।
यदि चंद्र ग्रहण के दौरान आप जाग रहे हैं तो भजन, कीर्तन और मंत्र जाप जरूर करें। आप गुरु मंत्र का जाप कर सकते हैं। भगवान विष्णु के मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' या भगवान शिव के मंत्र 'ओम नम: शिवाय' का जाप कर सकते हैं।